अक्षय तृतीया पर करें ये काम, पैसे से जुड़ी समस्याएं दूर करेंगे लक्ष्मी नारायण
punjabkesari.in Thursday, May 02, 2024 - 03:59 PM (IST)
हर साल वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तिथि पर अक्षय तृतीया तिथि मनाई जाती है। इस बार अक्षय तृतीया 10 मई को मनाई जाएगी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन कुछ शुभ और धार्मिक कार्य करने से शुभ फल मिलता है। हालांकि इस दिन शुभ और मांगलिक कार्य करने के लिए पंचाग की जरुरत भी नहीं होती। इस बार अक्षय तृतीया वाले दिन गजकेसरी, रवि और फलदायी योग बन रहे हैं ऐसे में इस दिन का महत्व और भी ज्यादा हो रहा है। अक्षय तृतीया वाले दिन कुछ काम करने बहुत शुभ माने जाते हैं। यह काम करने से लक्ष्मी नारायण की कृपा बनती है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ
इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम और श्री सूक्त का पाठ जरुर करना चाहिए। इस दिन किसी पास के धार्मिक स्थान पर पूरे परिवार के साथ जाकर दर्शन भी करके आएं। इससे जीवन में आपको धन, पद, प्रतिष्ठा भी मिलेगी। यदि आप किसी रोग से पीड़ित हैं तो इस दिन रामरक्षा स्त्रोत का पाठ करें।
दान
इस दिन पितरों को दान करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस दिन किसी विशेष स्थान पर स्नान करना भी शुभ माना जाता है। इस दिन यदि आप पितरों के नाम का श्राद्ध करते हैं तो यह भी काफी खास माना जाता है। इस दिन पितरों के नाम का दान करने से अक्षय फल मिलता है और पितृ दोष से भी मुक्ति मिलती है।
लक्ष्मी नारायण की पूजा
इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूरे विधि-विधान से पूजा करें। इस दिन पीले कपड़े पहनकर भगवान विष्णु की पूजा करें और पीले फूल चढ़ाएं। मां लक्ष्मी को सफेद और गुलाबी रंग के फूल चढ़ाएं। इसके बाद घी के 9 दीए जलाकर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें।
तिजोरी में रखें एकाक्षी नारियल
अक्षय तृतीया वाले दिन पूजा स्थान पर एकाक्षी नारियल लाल कपड़े में बांधकर रखें। इसके बाद पूरे विधि-विधान से इसकी पूजा करें। पूजा करने के बाद यह नारियल अलमारी या तिजोरी में रख दें। यदि आप व्यापार करते हैं तो एकाक्षी नारियल लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें। इससे धन-धान्य में बढ़ोतरी होगी।
भगवान श्रीराम का मिलेगा आशीर्वाद
अक्षय तृतीया वाले दिन श्रीरामचरितमानस के अरण्य कांड का पाठ करना भी बहुत शुभ माना जाता है। इस कांड में भगवान श्री राम साधु-संत और ऋषि मुनियों का दर्शन करते हैं और उनसे ज्ञान हासिल करते हैं। ऐसे में इस कांड का पाठ करने से भगवान श्रीराम का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में आगे बढ़ने के मार्ग भी खुलते हैं।