परिवार की हर खुशी होगी पूरी! फॉलो करें ये दिव्य वास्तु टिप्स
punjabkesari.in Friday, Jan 24, 2020 - 01:05 PM (IST)
हर घर की कुछ अपनी नेगेटिव और पॉजिटिव वाइबस होती हैं। घर में रहने वाले सदस्यों पर इन वाइबस का खास प्रभाव डलता है। आज के दौर में हर कोई चाहता है कि उसकी और उसके परिवार की हर ख्वाहिश पूरी हो। आज जहां हर कोई अपनी लाइफ को सैटल करने में बिजी है, ऐसे में एक दूसरे की प्रॉबल्मस को समझने और सॉल्व करने का वक्त बहुत कम मिल पाता है। वास्तु की मानें तो ज्यादातर समस्याएं हमारे खुद के गलत तरीके से बने घर में से ही पैदा होती हैं। मगर आप चाहें तो कुछ-कुछ छोटे उपायों की मदद से आप इन मुसीबतों से पीछा छुड़वा सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे...
घर की चौखट
वास्तु के अनुसार घर की चौखट आपके जीवन में खुशियों के लिए सबसे ज्यादा एहमियत रखती है। ऐसे में वास्तु की मानें तो ऐसा घर कभी न खरीदें जिसकी चौखट का मुंह साउथ-वेस्ट साइड में हों, ऐसा होने से घर में नेगेटिव एनर्जी प्रवेश करती है। अगर आप गलती से ऐसा घर खरीद चुके हैं या फिर ऐसे घर में रह रहे हैं, तो इस समस्या का समाधान आप एक उपाय के जरिए कर सकते हैं। घर के मुख्य द्वार पर एक पानी के बाउल में कुछ फूल और नींबू डालकर रखें। ऐसा करने से घर में पॉजिटिव एनर्जी का बहाव बढ़ेगा। जरुरी नहीं कि यह उपाय केवल गलत दिशा में बने घर के लिए ही है।

पूजा घर
वास्तु के अनुसार घर का पूजा घर हमेशा नार्थ-इस्ट डायरेक्शन में बना होना चाहिए। ऐसा होने से घर में पॉजिटिव एनर्जी का वास होता है। पूजा या फिर आरती करते वक्त आपका मुख ईस्ट डायरेक्शन की तरफ होना चाहिए, मंदिर के कप बोर्ड लकड़ी के अलावा और किसी भी धातु के न बने हो तो ज्यादा बेहतर होगा।
रसोई घर
रसोई घर समृद्धि और पोषण का प्रतीक है। ऐसे में वास्तु के अनुसार इसे साउथ-इस्ट दिशा में ही होना चाहिए। इस दिशा में रसोई घर होने से घरवालों की सेहत और आर्थिक स्थिति हमेशा बरकरार रहती है।

बेड रुम
घर के मुखिया का बेडरुम हमेशा साउथ-वेस्ट कार्नर में होना चाहिए। ऐसा होने से घर की स्टेबिलिटी और खुशियां हमेशा बरकरार रहती हैं। बहते पानी की पेटिंग्स घर में नहीं लगानी चाहिए, इन्हें लगाने से घर की खुशिया और बरकत पानी की तरह बह जाती है।
बाथरुम और Toilet
वास्तु की मानें तो घर की ये दोनों चीजें घर में सबसे ज्यादा नेगेटिव एनर्जी का कारण बनती हैं। ऐसे में किसी भी तरह की नेगेटिविटी से बचने के लिए इन्हें वेस्ट या फिर साउथ दिशा में ही बनवाना चाहिए। बाथरुम या फिर टॉयलेट को कभी भी नार्थ-इस्ट दिशा में न बनवाएं, ऐसा होने से आपको घर में बीमारी, बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

घर का बीचो-बीच
वास्तु के अनुसार घर के मध्य को घर का नाक माना जाता है, जिसके जरिए पूरा घर सांस लेता है। ऐसे में घर के इस हिस्से में घुटन होने से पूरे घर पर बुरा असर डलता है। कोशिश करें घर के इस हिस्से में कभी भी अंधेरा न हो। जीरो वॉट का एक बल्ब अगर आप हमेशा जलाएं रखें तो आपके लिए शुभ साबित होगा।

