कोरोना वायरस के खिलाफ 120 साल की ढोली देवी ने अकेले ही गांव में छेड़ दी मुहिम
punjabkesari.in Saturday, May 22, 2021 - 03:19 PM (IST)
कोरोना वायरस के खिलाफ जहां पूरे देश में जंग छिड़ी हुई हैं वहीं हमारे समाज में कुछ ऐसे लोग भी है जो अपनी समर्था के अनुसार सोसायटी की सेवा में जुटे हुए हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक इस कोरोना संकट में एक-दूसरे की मदद करने में पीछे नहीं हट रहें। चाहे वो कोरोना पीड़ितों को ऑक्सीजन सिलेंडर प्रोवाइड करवाना हो या फिर वेक्सीनेशन हो।
120 साल की ढोली देवी ने छेड़ी गांव में कोरोना की वैक्सीन लगवाने की मुहिम-
ऐसी ही एक मिसाल दी है 120 साल की ढोली देवी ने जिन्होंने अकेले ही गांव में कोरोना की वैक्सीन लगवाने की मुहिम छेड़ दी है।
सेना के कैंप में टीका लगवा, अब गांव वालों को वैक्सीन के लिए कर रही हैं प्रेरित-
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में उधमपुर के गर कटियास गांव में 120 साल की ढोली देवी ने गांव में कोरोना की वैक्सीन लगवाने की मुहिम छेड़ दी है। उन्होंने खुद भी सेना के कैंप में टीका लगवाया। इसके लिए लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी ने उनका सम्मान किया।
#LtGenYKJoshi, #ArmyCdrNC felicitated 120 Year old Smt Dholi Devi of remote village Dudu #Udhampur. A living legend & inspiration for villagers to undergo #CovidVaccine inoculation. #ArmyCdr appreciates frontline workers for undertaking #COVIDVaccination drive to remotest areas. pic.twitter.com/MHcUzFsM8k
— NorthernComd.IA (@NorthernComd_IA) May 21, 2021
टीका लगवाने के बाद ढोली देवी को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हुई-
ढोली देवी ने 17 मई को टीका लगवाया जिससे गांव के अन्य लोगों की सोच में भी बदलाव आया है। टीका लगवाने के बाद ढोली देवी को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई है। उन्हें बुखार भी नहीं आया है। खुद टीका लगवाने के बाद ढोली देवी ने गांव के अन्य लोगों से भी वैक्सीन लगवाने की अपील की।
कारगिल युद्ध के नायक लेफ्टिनेंट ने ढोली देवी के घर जाकर की मुलाकात-
120 साल की उम्र में वैक्सीन के प्रति चलाई जा रही ढोली देवी की मुहिम ने गांव के अधिकारियों को भी बहुत प्रभावित कर रही है। कारगिल युद्ध के नायक लेफ्टिनेंट जनरल जोशी, जिले के डुडु तहसील के गर कटियार गांव में स्थित ढोली देवी के आवास पर उनसे मिलने गए। सैन्य अधिकारी ने बताया कि ढोली देवी ने अकेले ही पूरे गांव को टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिये प्रेरित किया है, यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है।