90वें जन्मदिन के 16 दिन पहले धर्मेंद्र ने दुनिया को कहा अलविदा, परिवार कर रहा था बर्थडे की खास तैयारी
punjabkesari.in Monday, Nov 24, 2025 - 01:56 PM (IST)
नारी डेस्क: दिग्गज बॉलीवुड स्टार धर्मेंद्र का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। 8 दिसंबर 2025 को धर्मेंद्र का 90वां जन्मदिन था जिसे धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही थी, इससे पहले ही उन्होंने दुनिया को छोड़ दिया। 12 नवंबर को अस्सी वर्षीया को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी और कहा गया था कि उनकी हालत स्थिर है और घर पर ठीक हो रहे हैं। उस समय अस्पताल के डॉ. राजीव शर्मा ने आईएएनएस को बताया था कि आवश्यक उपचार प्राप्त करने के बाद दिग्गज स्टार "पूरी तरह से संतुष्ट" होकर घर जा चुके हैं।

अभिनेता के स्वास्थ्य पर अपडेट साझा करते हुए उन्होंने कहा- "धर्मेंद्र जी पूरी संतुष्टि के साथ अस्पताल से चले गए हैं। उनका परिवार उन्हें घर ले गया है। उनके लिए हर चीज की व्यवस्था की गई है।" स्टार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 10 नवंबर को आईएएनएस के करीबी सूत्रों ने कहा था कि धर्मेंद्र की हालत गंभीर है और वह लाइफ सपोर्ट पर हैं। आईएएनएस के करीबी सूत्रों के अनुसार, 31 अक्टूबर को अभिनेता को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में शीर्ष डॉक्टरों द्वारा कड़ी चिकित्सा निगरानी में रखा गया था।

सुपरस्टार 8 दिसंबर को 90 साल के होने वाले थे। फिल्म में जयदीप अहलावत और सिकंदर खेर भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं और यह दिसंबर में रिलीज होगी। धर्मेंद्र, जिन्हें भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे महान, सबसे खूबसूरत और व्यावसायिक रूप से सबसे सफल फिल्म सितारों में से एक माना जाता है। उनका सिनेमाई करियर छह दशकों से अधिक लंबा था, उन्होंने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है। हिंदी सिनेमा में सबसे ज्यादा हिट फिल्मों में अभिनय करने का रिकॉर्ड धर्मेंद्र के नाम है। उन्हें 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

धर्मेंद्र ने 1960 में दिल भी तेरा हम भी तेरे से डेब्यू किया था। उन्हें पहली बार 1960 के दशक के मध्य में आई मिलन की बेला, फूल और पत्थर और आये दिन बहार के जैसी फिल्मों से लोकप्रियता मिली। उन्होंने 1960 के दशक से लेकर 1980 के दशक तक कई सफल हिंदी फिल्मों में अभिनय किया, जैसे आंखें, शिकार, आया सावन झूम के, जीवन मृत्यु, मेरा गांव मेरा देश, सीता और गीता, राजा जानी, जुगनू, यादों की बारात, दोस्त, शोले, प्रतिज्ञा, चरस, धरम वीर, चाचा भतीजा, गुलामी, हुकूमत, आग ही आग।

