स्कूलों में बम की धमकी से डरे माता- पिता से दिल्ली पुलिस की अपील- झूठी खबरों पर ध्यान ना दें

punjabkesari.in Thursday, May 02, 2024 - 12:40 PM (IST)

स्कूलों में बम होने के बारे में कुछ व्हाट्सएप ग्रुप में किए जा रहे झूठे दावों पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस ने  कहा कि इन संदेशों में कोई सच्चाई नहीं है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे व्हाट्सएप ग्रुप पर सामने आए उन ऑडियो संदेशों पर विश्वास न करें जिनमें दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में बम होने के झूठे दावे किए गए हैं।  स्कूलों को मिले इस धमकी भरे ईमेल के बाद शिक्षा निदेशालय की तरफ से भी एडवाइजरी जारी की गई थी।

PunjabKesari
दिल्ली पुलिस की ओर से वीरवार को जारी एक बयान में कहा गया- "व्हाट्सएप और अन्य चैट ग्रुप पर कुछ ऑडियो संदेश भेजे जा रहे हैं कि कुछ स्कूलों में कुछ संदिग्ध वस्तुएं पाई गईं हैं।  "ये संदेश झूठे हैं और इनमें कोई सच्चाई नहीं है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि कृपया अन्य लोगों को भी बताएं कि ये संदेश झूठे हैं।" दिल्ली-एनसीआर के लगभग 200 स्कूलों को बुधवार को एक समान धमकी भरा ई-मेल प्राप्त हुआ था, जिसमें दावा किया गया कि उनके परिसर में विस्फोटक रखे गए हैं। 

PunjabKesari
इस खबर के सामने आने के बाद बड़े स्तर पर अफरा-तफरी मच गई और घबराए हुए माता-पिता अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूलों की ओर दौड़ पड़े। अधिकारियों की तलाशी के दौरान कुछ भी नहीं मिला जिसके बाद इसे अफवाह घोषित कर दिया गया। वहीं शिक्षा निदेशालय ने परामर्श जारी कर कहा-  “वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए, जिसमें एक मई 2024 की सुबह दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी मिली थी, यह सलाह दी जाती है कि शिक्षा निदेशालय, जीएनसीटी दिल्ली के तहत सरकारी/सरकारी सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त मान्यता प्राप्त स्कूलों के स्कूल प्रशासकों/प्रबंधकों/प्रमुखों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दिन के किसी भी समय (स्कूल समय से पहले, दौरान या बाद में) स्कूल की आधिकारिक ईमेल आईडी पर प्राप्त ईमेल/संदेशों की समय से पड़ताल की जाए।”

PunjabKesari
स्कूल प्रशासन को यह भी निर्देश दिया कि अगर कुछ भी अवांछित नजर आए तो तुरंत संबंधित जिला शिक्षा अधिकारियों और दिल्ली पुलिस को सूचित करें। परामर्श में कहा गया- “स्कूल अधिकारियों को किसी भी आसन्न खतरे या चुनौती की स्थिति में छात्रों की सुरक्षा और संरक्षा के संबंध में उचित उपाय शुरू करने के लिए माता-पिता और संबंधित कानून प्रवर्तन अधिकारियों को समय रहते सूचित करना चाहिए।” 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

static