रोज 50 सीढ़ियां चढ़ने से दिल की बीमारियां रहेंगी कोसों दूर, नई रिसर्च में हुआ खुलासा
punjabkesari.in Monday, Oct 02, 2023 - 03:43 PM (IST)
गलत-खानपान और खराब लाइफस्टाइल के चलते आजकल हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम बढ़ रहा है। जहां पहले बढ़ती उम्र के साथ लोग हार्ट अटैक का शिकार होते थे अब वहीं कम उम्र की युवा भी दिल से जुड़े रोगों से जूझ रही है। इस रोग से बचने के लिए जहां एक्सपर्ट्स पहले 10,000 कदम चलने की सलाह देते थे। अब वहीं हाल ही में आए शोध की मानें तो रोज 50 सीढ़ियां चढ़ने से हृदय रोगों का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। एक जर्नल में प्रकाशित हुए शोध के अनुसार, यदि आप रोज 50 सीढ़ियां चढ़ते उतरते हैं तो दिल संबंधी रोगों का खतरा 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है।
शोध में शामिल किए गए इतने युवा
दिल संबंधी बीमारियों के साथ-साथ धमनी रोग और स्ट्रोक के कारण भी दुनिया भर में कई मृत्यु हो रही हैं। शोध के प्रोफेसर ने कहा कि ऊंची सीढ़ियां चढ़ने से कॉर्डियो रेस्पिरेटरी फिटनेस और लिपिड प्रोफाइल में सुधार हो सकता है। खासतौर पर ऐसे लोग जो व्यायाम नहीं कर सकते उनके लिए यह तरीका कारगार है। यह शोध करीबन 4 लाख 50 हजार युवाओं पर किया गया था। शोध इन युवाओं के परिवार के इतिहास, अनुवांशिक कारकों के आधार पर किया गया था।
20 प्रतिशत कम होगा हृदय रोगों का खतरा
इस शोध में यह सामने आया है कि जो लोग रोजाना ज्यादा सीढ़ियां चढ़ते हैं उनमें दिल संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। इसके अलावा इससे दिल संबंधी रोगों की संभावना भी कम होगी। इस दौरान रिसर्च कर रहे वैज्ञानिकों से 12.5 वर्षों तक युवाओं पर नजर रखी। इस रिसर्च के आधार पर यह साबित हुआ है कि जो नियमित रुप से रोज 50 सीढ़ियां चढ़ता है उनमें लगभग 20 प्रतिशत दिल संबंधी रोगों का खतरा कम होता है।
इंग्लैड में की गई रिसर्च
शोधकर्ताओं ने कहा कि सीढ़ियां चढ़ना सीधे रास्ते पर चलने की तुलना में ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें मांसपेशियों में ज्यादा खिंचाव और संतुलन की जरुरत पड़ती है। उन्होंने बताया कि सीढ़ियां चढ़ने से दिल संबंधी गतिविधियां शामिल होती हैं। इसलिए जो लोग सीढ़ियां चढ़ने का अभ्यास करते हैं उन्हें अक्सर सांस लेने में तकलीफ होती है। जब आप सीढ़ी चढ़ते हैं तो दिल की गति बढ़ती है और उसमें पूरी मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचता है। इससे दिल की बीमारी, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होती है और दिल एकदम स्वस्थ रहता है।