धीयां दी लोहड़ीः बेटा-बेटी एक समान, लोहड़ी की आग में जला दें भेदभाव

punjabkesari.in Tuesday, Jan 11, 2022 - 11:37 AM (IST)

लोहड़ी का पर्व परंपरागत रूप से पवित्र माना जाता है। इसे उर्वरता, सौभाग्य और शुभता का प्रतीक माना जाता है इसलिए पहली लोहड़ी नवविवाहित जोड़े या नवजात शिशु के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। मगर, सदियों से प्रथा चली आ रही है कि भारतीय घरों में सिर्फ बेटे की ही पहली लोहड़ी मनाई जाती है। जबकि बेटा हो या बेटी, आजकल तो दोनों ही बराबर हैं। हालांकि आजकल लोगों की सोच बदलती जा रही है और आजकल कुछ लोग सिर्फ बेटे ही नहीं बल्कि बेटियों के जन्म की खुशी भी धूमधाम से मनाते हैं।

बदलते समय की बदलती लोहड़ी

आजकल बेटियां हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही हैं और सिर्फ अपने परिवार ही नहीं बल्कि देश का नाम भी रोशन कर रही हैं। फिर दोनों में भेदभाव क्यों? अब समय आ गया है कि लड़के व लड़की में भेदभाव को खत्म किया जाए। तो फिर क्यों न इस बार अपना बेटे ही नहीं बल्कि अपनी बेटी के लिए भी इस त्योहार को सेलिब्रेट करें।

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एक पहल बदल सकती है कईं लोगों की सोच

कई लोग बेटी के लिए लोहड़ी का पर्व सेलिब्रेट तो करना चाहते हैं लेकिन वो समाज की बातों से डर जाते हैं। वहीं, कई बार परिवार वाले भी उनका सपोर्ट नहीं करते। मगर, आपकी एक पहल कई लोगों की सोच बदल सकती हैं। ऐसे में इंतजार किस बात है कि आप भी अपनी बेटी के लिए लोहड़ी का पर्व सेलिब्रेट करें और उन्हें समाज में बराबरी के लिए जगह दिलाएं।

ऐसे बनाएं बेटी की पहली लोहड़ी को खास

. लोहड़ी पर बेटी को मिठाई के साथ-साथ आप कोई स्पेशल गिफ्ट दें।
. बेटी को कोई ग्रीटिंग कार्ड, ज्वैलरी, खूबसूरत ड्रैस या कोई गैजेट गिफ्ट कर सकते हैं।
. उनके लिए भी घर में फंक्शन रखें। पार्टी नहीं करना चाहे तो परिवार व रिश्तेदारों के साथ डिनर प्लान बना सकते हैं।
. आप अपनी बेटी के लिए केक काट सकते हैं। आप चाहे तो उनके लिए कोई स्पैशल डिश बनवा सकते हैं।
. बेटी के आने वाले उज्जवल भविष्य के लिए आप उनके नाम से इस दिन फिक्सड डिपोसिट खुलवा सकते हैं।

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Content Writer

Anjali Rajput

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