"किसी की भी मुंडी पकड़ी और बना दिया महामंडलेश्वर..." ममता कुलकर्णी के संन्यास को लेकर नाराज है बाबा रामदेव
punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2025 - 09:41 AM (IST)
नारी डेस्क: बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी इन दिनों कुछ ज्यादा ही चर्चाओं में चल रही है। उन्होंने गृहस्थ जीवन कर त्याग कर संन्यास ले लिया। किन्नर अखाड़ा में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महामंडलेश्वर के रूप में उनका पट्टाभिषेक किया गया। हालांकि उन्हें महामंडलेश्वर बनाए जाने पर योग गुरु बाबा रामदेव बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि एक दिन में कोई संत नहीं बन जाता।
दरअसल जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी महेंद्रानंद गिरि, किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और अन्य किन्नर महामंडलेश्वरों की उपस्थिति में फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी का पट्टाभिषेक किया गया और उन्हें नया नाम यमाई ममता नंद गिरि दिया गया है। पट्टाभिषेक के बाद ममता कुलकर्णी ने बताया कि उन्होंने कुपोली आश्रम में जूना अखाड़ा के चैतन्य गगन गिरि महाराज से 23 साल पूर्व दीक्षा ली थी और वह दो साल से लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा- “किन्नर अखाड़ा के मध्यम मार्गी होने के कारण मैं इसमें शामिल हुई। मुझे बॉलीवुड में वापस नहीं जाना था, इसलिए 23 साल पहले मैंने बॉलीवुड छोड़ दिया। अब मैं स्वतंत्र रूप से मध्यम मार्ग अपनाते हुए सनातन धर्म का प्रचार करूंगी। मैं इससे पूर्व 12 साल पहले यहां महाकुंभ में आई थी।”
ऐसे में बाबा रामदेव ने इसे लेकर नाराजी जताते हुए कहा कि "सनातन का महान कुंभ पर्व, जहां हमारी जड़ें जुड़ी हुई हैं, एक भव्य उत्सव है। यह एक पवित्र त्योहार है. कुछ लोग कुंभ के नाम पर अश्लीलता, नशा और अनुचित व्यवहार को जोड़ रहे हैं। उन्होंने ममता कुलकर्णी पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ व्यक्ति, जो कल ही सांसारिक सुखों में लिप्त थे, अचानक संत बन जाते हैं या एक ही दिन में महामंडलेश्वर जैसी उपाधियां भी प्राप्त कर लेते हैं."।
बाबा रामदेव ने कहा-'एक दिन में कोई संतत्व को उपल्बध नहीं हो सकता, उसके लिए वर्षों की साधना लगती है। हम लोगों को इस साधुता को पाने में 50-50 वर्षों का तप लगा है, इसको संतत्व कहते हैं। साधु होना बड़ी बात है. महामंडलेश्वर होना तो बहुत बड़ा तत्व है। उन्होंने कहा- आजकल मैं देख रहा हूं कि किसी की भी मुंडी पकड़कर महामंडलेश्वर बना दिया. ऐसा नहीं होना चाहिए। इससे पहले मशहूर कथा वाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर आपत्ति जताई थी।