ऑटो रिक्शा चालक की बेटी ने बॉक्सिंग में जीता गोल्ड मेडल - Nari

punjabkesari.in Wednesday, Sep 26, 2018 - 01:17 PM (IST)

पोलैंड में आयोजित 13 वीं इंटरनेशनल सिलेसियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत के बेटी संदीप कौर ने गोल्ड मेडल जीत देश का नाम रोशन किया है। 16 साल की संदीप का इस मुकाम तक पहुंचना आसान नहीं था लेकिन बॉक्सर बनने का सपना और उसे पूरा करने की जिद्द ने उन्हें यह सफलता दिलाई। 


पिता ने दिया पूरा साथ
पटियाला के हसनपुर गांव की रहने वाली संदीप के पिता पेशे से ऑटो-रिक्शा चालक हैं। वे इस पेशे से इतना पैसा कमा लेते हैं कि परिवार भर पेट खाना खा सके लेकिन आर्थिक तंगी का असर उन्होने अपनी बेटी के सपनों पर नहीं पड़ने दिया। बॉक्सिंग के लिए बेटी का पूरा साथ दिया जबकि गांव के लोगों का उनके माता-पिता से  कहना था कि संदीप का खेलना बंद करवाएं। लोगों की परवाह किए बिना वे बेटी की पूरा साथ देते रहे। 

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अंकल से मिली प्रेरणा
संदीप को बॉक्सिंग की प्रेरणा अपने अंकल सिमरनजीत सिंह से मिली। वे गांव की एक अकैडमी में बॉक्सिंग किया करते थे। जब संदीप बच्ची थी तो बॉक्सिंग अकैडमी में जाती थी, उन्हें खेलते देख धीरे-धीरे संदीप की रूचि इस खेल में बढ़ने लगी। 


8 साल की उम्र में शुरू की ट्रेनिंग 
संदीप ने बताया, 'जब मैंने पहली बार बॉक्सिंग ग्लव्स उठाकर ट्रेनिंग शुरू की, तब मैं 8 साल की थी।' उन्हें गांव की अकैडमी में कोच सुनील कुमार ने ट्रेनिंग दी। 


पोलैंड की टीम को हराकर जीता गोल्ड
संदीप ने इस बार की इंटरनैशनल सिलेसियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में (52 किग्रा भारवर्ग में) पोलैंड की केरोलिना एम्पुलस्का को 5-0 से हराकर गोल्ड मेडल जीता। 


 


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Content Writer

Priya verma

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