गर्मियों में इन कारणों से बढ़ जाती है अस्थमा की प्रॉब्लम, ऐसे करें बचाव

punjabkesari.in Thursday, May 17, 2018 - 09:24 AM (IST)

अस्‍थमा की समस्या : अस्थमा यानि दमा श्वसन की एक ऐसी बीमारी है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है। इसके कारण श्वास नलियों में सिकुड़न और सूजन आ जाती है, जिससे सांस लेने में परेशानी, सांस लेते समय आवाज आना, सीने में जकड़न, खांसी आदि समस्‍याएं होने लगती हैं। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि अस्थमा सर्दियों का रोग है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। अस्थमा की प्रॉब्लम गर्मियों में सबसे ज्यादा बढ़ जाती है। गर्मी की गर्म हवा, धूल मिट्टी और प्रदूषण के कारण अस्थमा रोगियों के लिए दिक्कत खड़ी हो जाती है। आज हम आपको कुछ ऐसे कारण बताएंगे, जिससे गर्मियों में अस्थमा संबंधी प्रॉबल्म बढ़ सकती है। इसके अलावा हम आपको कुछ सुझाव भी देंगे, जिससे अस्थमा रोगी अपनी देखभाल कर सकते हैं।

अस्थमा के कारण

1. सर्द-गर्म की समस्या
गर्मियों में चलने वाली गर्म हवाओं के कारण सर्द-गर्म की शिकायत हो जाती है। दरअसल, इस मौसम में जरा सी गर्मी लगने पर ऐप एयर कंडीशन या किसी और चीज से शरीर को ठंडा रखते है। वहीं, अगर आप अस्थमा रोगी है तो इससे आपको एलर्जी की समस्या हो सकती है, जोकि अस्थमा अटैक का कारण बनता है।

2.मौसम में बदलाव
गर्मी के मौसम में बदलाव आते ही अस्थमा रोगियों की दिक्कतें शुरू हो जाती है। डॉक्टरों के अनुसार, गर्मियों में अस्थमा अटैक का एक कारण सावधानी न बरतना है। बदलते मौसम में इंफेक्शन होने के कारण अस्थमा की समस्या भी बढ़ सकती है।
 

3. धूल और प्रदूषण
गर्मी के मौसम में धूल-मिट्टी ज्यादा उड़ती है, जिससे अस्थमा रोगी को एलर्जी हो जाती है। इससे अस्थमा रोगी को कई दिक्कतों का सामना करना पडता है। नियमित उपचार और परहेज करने पर आप अस्थमा को नियंत्रित कर सकते हैं।

4. इंफेक्शन के कारण
अक्सर पल्यूशन के कारण गले और नाक में संक्रमण हो सकता है, जिस कारण आप सांस ठीक से नहीं ले पाते। ऐसी स्थिति में अस्थमा रोगियों को आम व्यक्ति के मुकाबले ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
 

5. ठंडी चीजें खा लेना
चिलचिलाती गर्मी में अक्सर आप बाहर से अंदर आने पर कुछ ठंडा खा लेने है, जिससे खांसी, कफ व गले का इंफेक्शन हो जाता है। सामान्य लोगों की अपेक्षा अस्थमा पेशंट को इंफेक्शन होने पर सांस लेने में बेहद दिक्कत होती है। इससे उन्हें दिन में कई बार स्प्रे का इस्तेमाल करना पड़ता है। इस समय अगर अस्थमा बढ़ गया, तो बारिश आने पर ज्यादा समस्या हो सकती है।
 

ऐसे करें बचाव
1. रोजाना अपनी डाइट में प्रोटीन पदार्थ, फल और सब्जियों को शामिल करके भी इससे बचा जा सकता है।
 

2. बाहर निकलते समय अपने मुंह पर कोई कपड़ा बांध लें। ताकि धूल-मिट्टी से आपको सांस लेने में तकलीफ न हो।
 

3. रोजाना दिन में 2 बार एक्सरसाइज करने से अस्थना अटैक का खतरा 80 प्रतिशत तक कम हो जाता है।

4. अगर आप अस्थमा के मरीज है तो ज्यादा गर्मी में बाहर न जाएं। अगर आप बाहर जा भी रहे हैं तो गर्मी से अपना बचाव करें।
 

5. धूप से घर आने पर तुरंत कोई ठंडी चीज न खाएं। इसके अालावा ज्यादा ठंडी पानी भी न पीएं।
 

6. ज्यादातर अस्थमा की समस्या एनर्जी या इंफेक्शन के कारण होती है। इसलिए ऐसा कुछ होने पर तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाएं।
 

7. अपनी दवाइयां और इनहेलर हमेशा अपने पास रखें। इसके अलावा घर से बाहर जाते समय आपनी इमर्जेंसी दवाएं भी साथ रखें।
 

 

अस्थमा के घरेलू उपचार


1. पालक और गाजर
पालक और गाजर के रस को मिलाकर रोजाना पीने से भी अस्थमा की समस्या दूर होती है।

 

2. पीपल के पत्ते
पीपल के पत्तों को सूखा कर जला लें। इसके बाद इसें छान इसमें शहद मिलाएं। दिन में 3 बार इसे चाटने से अस्थमा की समस्या कुछ समय में ही दूर हो जाएगी।
 

3. कॉफी का सेवन
अस्थमा में कॉफी पीना फायदेमंद माना जाता है लेकिन दिन में 2 बार से ज्यादा कॉफी का सेवन न करें। इसके अलाव तुलसी की चाय या फिर 1 कप गर्म पानी में 2-3 पत्ते तुलसी के डालकर पीने से भी अस्थमा रोगी को फायदा मिलता है। इनका सेवन श्वसन के मार्ग को साफ करके सांस लेने की प्रक्रिया को आसान करता है।

4. ग्रीन टी और हैल्दी डाइट 
अस्थमा में आप अपने दिन की शुरुआत ग्रीन या ब्लैक टी से कर सकते हैं। इसके अलावा मछली का तेल, अखरोट, कद्दू के बीज, सोया पनीर, सोयाबीन, दालचीनी, सरसों का तेल, नट्स और सूखे अंजीर का सेवन भी अस्थमा रोगी के लिए फायदेमंद होता है।
 

5. हरी सब्जियां और अनाज
अस्थमा में आटे की रोटी, जई आटे की रोटी, दलिया और मूंग की दाल आदि का सेवन करें। इसके अलावा अपनी अस्थमा डाइट में हरी सब्जियां, शलगम, पुदीना, अदरक, लहसुन, आलू, ब्रोकोली और तुलसी आदि को शामिल करें।

 

Punjab Kesari

Related News

बच्चेदानी के ऑपरेशन के बाद ब्लीडिंग क्यों होती हैं, जाने इसका कारण

क्या आपका भी वजन अचानक बढ़ रहा है? जिम्मेदार हो सकते हैं ये कारण

रात को कभी न छोड़े जूठे बर्तन, बन सकता हैं दुर्भाग्य का कारण

Child free life का बढ़ रहा Trend, 2030 तक 45% महिलाएं रह जाएंगी अविवाहित और निःसंतान : Study

बाजार जाने का झंझट खत्म, अब घर पर भी आसानी से उगाया जा सकता है पान का पौधा

खुदकुशी से पहले मलाइका-अमृता को किया था कॉल, जाते-जाते बेटियों से कह गए ये बात

खुदकुशी से पहले मलाइका-अमृता को किया था कॉल, जाते-जाते बेटियों से कह गए ये बात

गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है, जाने इसके पीछे की कथा

खुदकुशी से पहले मलाइका-अमृता को किया था कॉल, जाते-जाते बेटियों से कह गए ये बात

हवन में आम की लकड़ी क्यों जलाई जाती है? जाने इसके पीछे का विशेष महत्व