Armaan Malik के 2 साल के बेटे को हुई ये बीमारी, मां Kritika का रो-रोकर बुरा हाल
punjabkesari.in Wednesday, Mar 05, 2025 - 04:56 PM (IST)

नारी डेस्क: आजकल बच्चों में सही पोषण न होने के कारण कई बीमारियों के होने का खतरा हो जाता है।हाल ही में यूट्यूबर अरमान मलिक और उनकी दोनों पत्नियों कृतिका और पायल के परिवार में इस समय एक बहुत ही परेशान करने वाली स्थिति बन गई है। उनके छोटे बेटे जैद को एक गंभीर बीमारी हो गई है, जिसके बारे में पता चलने के बाद से दोनों पत्नियां बहुत दुखी और परेशान हैं। कृतिका, जो कि जैद की मां हैं, लगातार रो रही हैं और उनका कहना है कि उनके बच्चे को शायद लोगों की बद्दुआ लग गई है।आइए जानते हैं कि यह बीमारी कौन सी है और इसे अपने बच्चे को कैसे बचाया जा सकता है।
जैद की बमारी
जैद को रिकेट्स नामक एक गंभीर बीमारी हो गई है। यह बीमारी बच्चों में होती है, और इसके कारण बच्चों की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। रिकेट्स की वजह से बच्चों में विटामिन D, कैल्शियम, और फॉस्फेट की कमी हो जाती है, जिससे हड्डियां आसानी से मुड़ और टूट सकती हैं। जब से कृतिका और अरमान को इस बीमारी के बारे में पता चला है, उनके परिवार में तनाव का माहौल बन गया है। कृतिका ने इस बारे में सोशल मीडिया पर भी अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। वो कह रही हैं कि उनके बच्चे के बारे में गलत बातें बोलने वालों को वो जवाब देंगी और किसी को भी उनकी पारिवारिक परेशानियों का मजाक नहीं उड़ाने देंगी।
कृतिका और पायल की चिंता
जैद की बीमारी का पता चलने के बाद कृतिका और पायल दोनों ही लगातार अपने बेटे की देखभाल में जुटी हुई हैं। कृतिका की हालत बहुत बुरी हो गई है। जैसे ही उन्हें अपने बेटे की बीमारी के बारे में जानकारी मिली, उनका रोना नहीं रुक रहा। वो अपने बेटे के लिए दुखी हैं और अपनी भावनाओं को व्यक्त करती हुई कह रही हैं कि उनके बच्चे को लोगों की बद्दुआ लगी है। पायल भी अपनी बहन कृतिका के साथ-साथ जैद की देखभाल में पूरी तरह से लगी हुई हैं।
जैद के मेडिकल टेस्ट
जैद को रिकेट्स की बीमारी होने के बाद, कृतिका और पायल ने उसे मेडिकल टेस्ट करवाने के लिए अस्पताल लेकर गईं। इस दौरान जैद काफी परेशान और रो रहा था। कृतिका के लिए यह स्थिति बहुत दर्दनाक थी क्योंकि वो अपने बेटे को इस हालत में देख नहीं पा रही थीं। इस वजह से पायल ने जैद को अपनी गोदी में उठाया और उसे सांत्वना देने की कोशिश की।
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रिकेट्स क्या होता है?
रिकेट्स एक बीमारी है जो मुख्य रूप से हड्डियों से संबंधित होती है। यह तब होती है जब शरीर में विटामिन D, कैल्शियम और फास्फोरस की कमी हो जाती है। इन पोषक तत्वों की कमी से हड्डियां कमजोर और नरम हो जाती हैं, जिससे हड्डियों का विकास सही तरीके से नहीं हो पाता।
रिकेट्स के लक्षण (Symptoms of Rickets)
कमजोर हड्डियां: हड्डियां आसानी से मुड़ सकती हैं, खासकर पैरों की हड्डियाँ।
हड्डियों में दर्द: बच्चों में यह दर्द अधिक महसूस होता है।
दांतों की समस्या: दांतों का विकास सही से नहीं हो पाता और वे जल्दी खराब हो सकते हैं।
दूध दांत का ठीक से बढ़ना: दांत देर से या गलत तरीके से निकल सकते हैं।
कमजोर मांसपेशियाँ: बच्चे अच्छे से चल नहीं पाते और उनके मांसपेशियाँ भी कमजोर हो सकती हैं।
हड्डियों का मुड़ना: पैरों के हड्डियां मुड़ने या टेढ़ी होने लगती हैं।
सिर का आकार बदलना: बच्चों में सिर का आकार abnormal हो सकता है।
रिकेट्स का इलाज (Treatment of Rickets)
विटामिन D, कैल्शियम और फास्फोरस: इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा करना बहुत जरूरी है। यह सप्लीमेंट्स के रूप में या सही आहार के माध्यम से किया जा सकता है। सूरज की रोशनी में समय बिताना, विटामिन D से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे मछली, अंडे, दूध और दही का सेवन। हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, दही, पनीर, और नट्स से कैल्शियम प्राप्त करें। मांस, मुर्गा, अंडे, और मछली में फास्फोरस होता है।
दवाइयाँ: डॉक्टर की सलाह पर विटामिन D और कैल्शियम की दवाइयाँ दी जा सकती हैं।
सही आहार: बच्चों को सही संतुलित आहार देना चाहिए जिसमें कैल्शियम, फास्फोरस, और विटामिन D हो।
फिजिकल एक्टिविटी: बच्चों फिजिकल एक्टिविटी और एक्सरसाइज के लिए प्रेरित करें, ताकि उनकी हड्डियां मजबूत हों।
अगर रिकेट्स का इलाज समय पर किया जाए, तो हड्डियां सामान्य रूप से ठीक हो सकती हैं। लेकिन अगर देर हो जाए, तो हड्डियां हमेशा के लिए खराब हो सकती हैं।