बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली उत्तरी आइरिश लेखिका हैं एना बर्न्स

punjabkesari.in Monday, Oct 22, 2018 - 03:32 PM (IST)

किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं। ऐसी बहुत सी लेखिकाएं हैं, जिन्होंने अपने लेखों के जरिए दुनिया भर में अपनी पहतान बनाई है। आज हम जिस लेखिका के बारे में बात कर रहे हैं उनका नाम है एना बर्न्स। इस साल का बुकर पुरस्कार उनके उपन्यास 'मिल्कमैन' को दिया गया है। 

आयरिश लेखिका है एना बर्न्स
एना आयरिश लेखिका हैं, इसके जरिए उन्होने अपनी दर्दभरी कहानी बयां की है। डचेज ऑफ कॉर्नवॉल कैमिला ने एना को एक ट्रॉफी दी जबकि मैन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ल्यूक हिल्स ने उन्हें 50,000 पाउंड की राशि भेंट की। किसी महिला के लिए यह बहुत सम्मान वाली बात है। 

राजनीति उथल-पुथल के बीच प्रेमालाप की कहानी
इस उपन्यास के जरिए उत्तरी आयरलैंड में राजनीति उथल-पुथल के बीच एक युवती की शादीशुदा व्यक्ति से प्रेमालाप की कहानी है। जो अपने ताकतवर प्रेमी के हाथों से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडित होती है। इसके जरिए लेखिका ने अलग आवाज परंपरागत सोच को चुनौती दी है। एना बर्न्स ने उपन्यास ने प्रेमिका के दर्द 
का अहसास करवाया है। 

एना बर्न्स की लिखी कुछ किताबें
एना की पहली किताब 'नो बोंस' थी। इसके अलावा उनके लिखे लिटिल कंस्ट्रक्शंस, मोस्टली हीरोज, नो बोंस और लिटिल कंसट्रक्शंस आदि भी बहुत फेमस है।  यह पुरस्कार जीतने वाली वह पहली उत्तरी आइरिश लेखिका हैं। 

Content Writer

Priya verma