अमेरिका ने माँगी भारत से मदद, मलेरिया की दवा भेजने का किया अनुरोध
punjabkesari.in Sunday, Apr 05, 2020 - 04:56 PM (IST)
देश के शक्तिशाली देश अमेरिका ने कोरोना से लड़ने के लिए भारत की मदद माँगी है। दरअसल भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन नाम की एक दवा बनाता है जो कि मलेरिया की बीमारी को खत्म करने में मददगार है अब ऐसे में अमेरिका ने कोरोना जैसी बिमारी को कंट्रोल करने के लिए भारत से इस दवा की आपूर्ति के लिए मदद की अपील की है। आपको बता दे कि भारत ने पिछले महीने ही इस दवा के निर्यात पर रोक लगाई थी जिसके बाद ट्रंप ने प्रधानमंत्री से इसे फिर से भेजने के लिए मदद मांगी है।
दरअसल इस बात की जानकारी ट्रंप ने अपने व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में दी, ट्रंप ने कहा कि , 'मैंने आज सुबह प्रधानमंत्री मोदी से बात की। वे बड़ी मात्रा में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन बनाते हैं। भारत इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है।'
इस दवा पर विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने 25 मार्च को रोक लगा दी थी, लेकिन डीजीएफटी ने ये भी साफ किया था कि अगर इसके मामले बढते हैं तो इंसानियत के नाते इस दवा को कुछ हद तक निर्यात की अनुमति दी जा सकती है।
अमेरिका में कोरोना की स्थिति किसी से छिपी नही है, दिन प्रतिदिन वहां मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है बेशक वैज्ञानिक अपनी ओर से इस के लिए दवा खोजने का काम कर रहे हो लेकिन अभी तक इसके कोई खास परिणाम नही मिल पाए है अब ऐसे में शुरुआती परिणामों के लिए ट्रंप कोरोना वायरस के इलाज के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन का उपयोग करने पर जोर दे रहा है।
यह दवाई दशकों से मलेरिया के उपचार में काम आ रही है। अमेरिका में पिछले शनिवार कुछ अन्य दवाईयों के बाद मलेरिया की इस दवा का उपयोग करके न्यूयॉर्क में लगभग 1,500 कोरोना रोगियों का उपचार किया जा रहा है।
खबरों की माने तो ट्रंप के अनुसार ये दवा सकारात्मक परिणाम दे रही है। संवाददाताओं से बात चीत में ट्रंप ने कहा कि यदि यह सफल हो जाता है, तो यह स्वर्ग से मिले किसी तोहफे से कम नही होगा।
आपको बता दें कि जिस दवा के लिए अमेरिका भारत से मदद मांग रहा है वह दवा भारत में बड़े पैमाने पर तैयार की जाती है व इसका अच्छे स्तर पर उत्पादन भी किया जाता है ।