काम और बच्ची के बीच में उलझ गई है आलिया भट्ट! बोली- राहा के जन्म के बाद से ले रही हूं थेरेपी

punjabkesari.in Thursday, Apr 27, 2023 - 10:34 AM (IST)

मां बनने के का सफर आसान नहीं होता, यह जीवन में बहुत बड़ा बदलाव लेकर आता है। अपनी मां की नजरों से वह बच्चा सारी दुनिया देखता है, समझता है और सीखता है, ऐसे में मां की जिम्मेदारी कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है। बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट भी इस दौर से गुजर रही हैं। वह बेटी की परवरिश के साथ- साथ अपने कामकाज पर भी ध्यान दे रही हैं, हालांकि इस दाैरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। 

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बेटी राहा के जन्म के बाद आलिया एक अलग ही दुविधा का सामना कर रही हैं। उन्हें इस बात का डर है कि वह काम और बेटी दोनों ठीक से मैनेज तो कर रही हैं न। यह डर उन पर इतना हावी हो गया है कि उन्हें थेरेपी का सहारा लेना पड़ रहा है। हाल ही में  'वोग इंडिया' को दिए इंटरव्यू में आलिया ने बताया कि वह गिल्टी महसूस करती हैं। पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को  बैलेंस करने के चक्कर में वह खुद उलझती जा रही है। 

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एक्ट्रेस ने इंटरव्यू में कहा-" यह सोचकर मुझे चिंता होती है कि क्या मैं बेटी और काम के हिसाब से सही कर रही हूं। औरतों पर दोनों में महारत हासिल करने का बेहद दबाव होता है। लोगों की आज भी वह सोच है कि एक बार आप मां बन गए तो आपको अपना करियर कुर्बान करना होगा। अगर वह ऐसा नहीं करती तो वह कभी  रोल मॉडल मां नहीं बन सकती "।

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आलिया का कहना है कि "हर मां चाहती है कि वह अपने बच्चे के साथ रहे। उसका पूरा ख्याल रखे और उसके साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताए। मैं काम की वजह से राहा को छोड़ती हूं तो लगता है कि क्या मैं अच्छी मां नहीं हूं? यह चिंता मुझे बेचैन कर देती है। मैं सबकुछ अपने नियंत्रण में रखना पसंद करती हूं, लेकिन यह तब और ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो जाता है, जब आपके पास बच्चे की जिम्मेदारी होती है।मैं बस खुद में कमियां ढूंढती रहती हूं, इसलिए अब मैं अपनी मानसिक सेहत पर ज्यादा ध्यान दे रही हूं। हर हफ्ते थेरेपी के लिए जाती हूं और अपनी चिंताओं के बारे में थेरेपिस्ट को बताती हूं।"

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आलिया ने आगे कहा-  "जो भी आज के दौर की महिलाएं हैं और अगर नई बनी हैं तो उन्हें खुद के लिए भी समय निकालना चाहिए। वह अपनी सोच और काम को समझने के लिए समय निकालें, क्योंकि करियर भी उतना ही महत्वपूर्ण है। केवल सोचने के बजाय उन्हें समय देना चाहिए। वह आगे कहती हैं, अब नई मॉम के लिए चैलेंज और भी बढ़ गए हैं। मैं सच में ये सोचती हूं कि लोग क्या सोच रहे होंगे। क्या उन्हें लगता है कि मैं सबकुछ ठीक से मैनेज कर रही हूं या नहीं। अगर सोसाइटी में ये जजमेंट न हो तो आप खुद को अच्छे से संभाल पाएंगे "।


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vasudha

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