पिक्चर अभी बाकी है... ''ऑपरेशन सिंदूर'' के बाद आर्मी के Ex चीफ ने पाकिस्तान को दी एक और टैंशन
punjabkesari.in Wednesday, May 07, 2025 - 02:39 PM (IST)

नारी डेस्क: आज हर भारतीय के चेहरे पर मुस्कान है, जिसका श्रेय भारतीय सेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई को जाता है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए मासूम नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया। सेना ने ठिकानों को निशाना बनाया गया वहां से आतंकवादियों के प्रमुख और बड़े प्रशिक्षण शिविर संचालित किये जा रहे थे। इसी बीच सेना के पूर्व अध्यक्ष मनोज नरवणे ने कुछ ऐसा कह दिया जिससे खलबली मच गई।
एक्स आर्मी चीफ ऑफ स्टाफ नरवणे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा कि पिक्चर अभी बाकी है... इसके आगे या पीछे उन्होंने कुछ नहीं लिखा। अब उनके इस पोस्ट के कई मायने निकल रहे हैं। ऐसे में लोगों का कहना है कि अभी भी कुछ बड़ा हो सकता है। इस पोस्ट को देखकर तो यही लग रहा है कि भारतीय सेना इस बार पाकिस्तान को छोड़ने के मूड में नहीं है।
भारत की इस सैन्य कार्रवाई के नाम में ‘सिंदूर' को जोड़ने का एक संदर्भ यह है कि भारतीय परंपरा में विवाहित महिलाएं अपनी मांग में सिंदूर लगाती हैं और इसे उनके सुहागन होने का एक प्रतीक माना जाता है। ‘ऑपरेशन सिंदूर' नाम उन महिलाओं के प्रति सम्मान जताना है जिन्होंने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में अपने पतियों को खो दिया। पहलगाम आतंकवादी हमले के दो सप्ताह बाद भारत की यह कार्रवाई भारत और विदेशों में व्यापक आक्रोश पैदा होने के उपरांत की गई।
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है- ‘‘ये कदम बर्बर पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं जिसमें 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।'' ' इस कारवाई के तत्काल बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया- ‘‘भारत माता की जय।'' विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- ‘‘दुनिया को आतंकवाद के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति दिखानी चाहिए।'' भारतीय सेना ने अपने पोस्ट में कहा- ‘न्याय हुआ।'' भारतीय सैन्य प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान से लगी सीमा पर सभी वायु रक्षा इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है। सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन के बाद, भारत ने अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब सहित कई प्रमुख देशों से संपर्क किया और उन्हें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सैन्य हमले के बारे में जानकारी दी।