फेफड़ों को स्वस्थ रखता है सोनल चौहान का यह एक आसन
punjabkesari.in Thursday, Aug 27, 2020 - 04:35 PM (IST)
कोरोना वायरस के चलते लोगों को सिर्फ इम्युनिटी ही नहीं बल्कि फेफड़ों को भी स्वस्थ रखने की सलाह दी जा रही है। फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए खान-पान के साथ एक्सरसाइज व योग करना भी बेहद जरूरी है। योग की बात करें तो प्राचीन समय से चली आ रही यह पद्धति तन और मन दोनों को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस भी खुद को स्वस्थ रखने के लिए योगासनों का ही सहारा लेती हैं।
आज हम आपको एक्ट्रेस सोनल चौहान द्वारा बताए गए कर्नापीड़ासन योगा के बारे में बताएंगे जो फेफड़ों को स्वस्थ रखने के साथ आपको कई बीमारियों से बचाएगा।
क्या है कर्नापीड़ासन ?
कर्नापीड़ासन संस्कृत के तीन शब्द कार्ना यानि कान, पीड़ा यानि दर्द और आसन यानि योगा पोज से मिलकर बना है। कर्नापीड़ासन योग कान पर दबाव डालता है और कानों से संबंधित सभी स्थितियों से राहत दिलाने में मददगार है। हलासन का एक उन्नत रूप होने के कारण इसे "राजा हलासना" भी कहा जाता है।
कर्नापीड़ासन करने का तरीका
इसके लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाए और फिर हाथों को सीधा सीधा करें। सांस अंदर लेते हुए दोनो पैरों को उपर उठा कर "अर्ध-हलासन" की पोजीशन में लाएं। कोहनियों को जमीन पर टिकाकर हाथों से पीठ को सहारा दें। धीरे-धीरे पैरों को बिल्कुल पीछे ले जाएं। घुटनों को मुंह तक लाएं और कानों को बंद कर लें। 60 से 90 सेकेंड तक इस पोजीशन में रहने के बाद सामान्य स्थिति में आए जाएं। शुरूआत में आप इसे 30 सेकेंड भी कर सकते हैं।
चलिए आपको बताते हैं कर्नापीड़ासन योग करने के जबरदस्त फायदे...
फेफड़ों को रखे स्वस्थ
यह योग फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। साथ ही इससे फेफड़े भी सही तरीके से काम करते हैं। इसके अलावा यह अस्थमा मरीजों के लिए भी फायदेमंद है।
तनाव को करे दूर
यह एक ऊर्जावर्धक योग है, जो मस्तिष्क को शांत करने में मदद करता है। साथ ही इससे तनाव, डिप्रेशन, मेंटल प्रेशर भी दूर रहता है।
स्पाइनल को बनाए मजबूत
यह योग स्ट्रेच और पूरे स्पाइनल को मजबूत करता है। साथ ही इससे कूल्हों और नितंबों को टोन होते हैं।
थायरायड ग्रंथि
इससे थायरायड ग्रंथि और पेट के अंग उत्तेजित होते हैं, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल
नियमित इश योग को करने से हाई ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल होता है। इसके अलावा इससे शारीरिक थकान व कमजोरी भी महसूस नहीं होती।
पीरियड्स में फायदेमंद
पीरियड्स में होने वाले दर्द, सिरदर्द, थकान, मूड़ स्विंग को कम करने में भी यह योग बेहद फायदेमंद है।
साइनसाइटिस दर्द से राहत
साइनसाइटिस, बांझपन, अनिद्रा, सिरदर्द और पीठ दर्द को कम करने में मदद करता है इसके अलावा यह पाचन क्रिया को भी सही रखता है, जिससे आप कब्ज जैसी समस्याओं से बचे रहते हैं।
मजबूती और खिंचाव
यह योग कंधों, रीढ़ की हड्डी, कशेरुक स्तंभ, पीठ को भी मजबूती देता है। साथ ही इससे बुढ़ापे में जोड़ों के दर्द की समस्या भी नहीं होती।