एक पिता ने 5 रुपए वाला Parle-G बिस्कुट खरीदा 2300 रुपए में , भावुक कर देगा बाप-बेटी का ये वीडियो
punjabkesari.in Saturday, Jun 07, 2025 - 04:43 PM (IST)

नारी डेस्क: भारत के लगभग हर परिवार का पारले-जी बिस्कुट के साथ एक खास नाता है। यह चाय के समय का एक पुराना नाश्ता है। हमारे देश में आसानी से मिलने वाला यह बिस्कुट युद्ध से तबाह गाजा में लक्जरी आइटम बन गई है। यहां पारले-जी (Parle-G) बिस्कुट के एक पैक की कीमत यहां 2300 रुपए तक पहुंच गई है, हाल ही में वायरल हो रही एक वीडियो को देख दुनिया हैरान रह गई है।
#Gaza — A single packet of #Parle-G biscuits which Indian’s buy for ₹5 is reportedly being sold for €24 (₹2,785).
— Amitabh Chaudhary (@MithilaWaala) June 6, 2025
This shows how costly it can be if you blindly follow the Aasmani kitab 📖 and support terrorism in name of majhab pic.twitter.com/u92KXkrO8D
गाजा में रहने वाले एक फिलिस्तीनी मोहम्मद जवाद ने अपनी बेटी के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए असाधारण हद तक जाकर पारले-जी बिस्कुट का एक पैकेट खरीदा। एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने बताया है कि पारले-जी बिस्कुट का पैक 2,300 रुपए में खरीदा, , जिसकी कीमत आमतौर पर भारतीय बाजारों में 5 रुपये से कम और अंतरराष्ट्रीय किराना स्टोरों में लगभग 100 रुपये होती है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "भले ही कीमत €1.5 से बढ़कर €24 से अधिक हो गई, लेकिन मैं रफीफ को उसकी पसंदीदा चीज देने से मना नहीं कर सका।"
जवाद ने लिखा- "लंबे इंतजार के बाद आखिरकार आज मुझे रविफ के लिए उसके पसंदीदा बिस्कुट मिल गए। हालांकि, कीमत 1.5 यूरो (करीब 147 रुपये) से बढ़कर 24 यूरो हो गई, लेकिन मैं रफीफ को उसकी पसंदीदा बिस्कुट देने से मना नहीं कर सका।" इस वीडियो में देख सकते हैं कि जैसे ही एक बच्ची के पिता उसके हाथ में पारले-जी बिस्कुट का पैक थमाया वह खुशी से झूम उठी। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
एक उपयोगकर्ता ने लिखा- "भारत ने सहायता के रूप में पार्ले जी को फिलिस्तीनियों को भेजा, लेकिन सहायता ट्रकों को हमास ने पकड़ लिया और उन्होंने भूखे फिलिस्तीनियों को खाद्यान्न और दवाइयां कालेधन में बेच दीं। गाजा में इस समय यह हालात हो गए हैं कि आटा वहां लगभग 500 डॉलर में बेचा जाता है, और चीनी लगभग 90 डॉलर प्रति किलोग्राम बेची जाती है। कुछ लोग, जो खरीदने का जोखिम नहीं उठा सकते, अपनी ज़रूरत की चीज़ें पाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं। इस बीच, अन्य लोग बड़ी मात्रा में चोरी करते हैं और उन्हें भारी मुनाफे के लिए बाजार में बेचते हैं।