मिट्टी में खेलने से बच्चों को मिलते हैं ये 8 Benefits

punjabkesari.in Wednesday, May 29, 2019 - 03:11 PM (IST)

बड़े बुजुर्ग अक्सर कहा करते थे कि मानव शरीर मिट्टी का बना है,यह एक दिन मिट्टी में ही मिल जाएगा। इसका जरुरत से अधिक ध्यान रखने से कुछ नहीं मिलेगा। आज के मां-बाप लाड-प्यार में अपने बच्चों पर मिट्टी का एक कण भी नहीं लगने देते। पुराने जमाने के बच्चे सारा-सारा दिन मिट्टी में खेलते थे,शायद आज की नौजवान पीड़ी से कहीं अधिक वे स्वस्थ रहते थे। तो चलिए आज जानते हैं कि बच्चों को मिट्टी में खेलने देने से उन्हें क्या-क्या फायदे हो सकते हैं

मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्व

मिट्टी में खनिज, जल, वायु, कार्बनिक पदार्थ और अनगिनत जीवों के जटिल मिश्रण पाए जाते हैं । मिट्टी को पृथ्वी की त्वचा कहा जाता है। साथ ही यह शरीर को कई बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। पुराने जमाने में कोई चोट लग जाने पर खास मिट्टी को लेप लगाकर ही चोट के ठीक किया जाता था। मुल्तानी मिट्टी का फेसपैक मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के कारण ही इतना फायदेमंद है। आइए अब जानते हैं मिट्टी में खेलने से बच्चों का क्या-क्या फायदे मिलते है। 

गुड-बैक्टीरिया

मिट्टी में हेल्थ-फ्रैंडली बैक्टीरिया पाया जाता है। जो बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बहुत जरुरी है। चाहे गरीब का बच्चा हो या फिर अमीर का। मिट्टी में खेलना हर बच्चे को पसंद होता है। वो अलग बात है कि कई मां-बाप बच्चों को मिट्टी में नहीं खेलने देते, उन्हें डर होता है कि कहीं बच्चों में संक्रामण न फैल जाए। 

रचनात्मक सोच

बच्चों के दिमाग में सबसे अधिक नए-नए आइडियाज आते हैं। मिट्टी में जब बच्चे खेलते हैं तो वह अपने आइडियाज को रुप देते हैं। रोजाना ऐसा करने से उनकी रचनात्मक सोच में वृद्धि होती है। 

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रोग-प्रतिरोधक क्षमता

आजकल बच्चों को जुकाम बहुत जल्द हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बच्चों का इमुयनिटी सिस्टम बहुत कमजोर हो चुका है। अगर आप अपने बच्चों को मिट्टी में खेलने देते हैं तो इससे आपके बच्चे की रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ेगी, साथ ही उन्हें मानसिक तोर पर भी मजबूत बनाता है। 

बीमारियों से बचाव

युनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल में हुए एक शोध के अनुसार जो मां-बाप अपने बच्चों को बचपन में मिट्टी में खेलने से रोकते हैं,उन बच्चों को आगे चलकर ब्लड प्रैशर और अन्य कई खतरनाक बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। इसलिए अपने बच्चों को जितना हो सके खुले वातावरण में हंसने और खेलने के लिए भेजा करें। 

इंटैलिजेंट बनते हैं बच्‍चे

डॉक्टरों का मानना है कि आजकल बच्चे ज्यादातर इनडोर गेम्स खेलना पसंद करते हैं। मां-बाप बच्चों को वीडियो-गेमस खुद लेकर देते हैं, पर वे इस बात को नहीं जानते कि इन सबके इस्तेमाल से उनका दिमाग डल होता जा रहा है। मिट्टी में खेलने से बच्चों का मस्तिष्क तेज होता है। साथ ही बच्चे वातावरण से जुड़े रहते हैं। उनकी फिजिकल एक्टीविटी भी होती रहती है। 

तनाव को हटाए

मिट्टी की खुशबू और मिट्टी में उपस्थित सूक्ष्म कीटाणु बच्‍चों के मूड खुशनुमा बनाए रखता है। इसके अलावा, दूसरे बच्‍चों के साथ मिट्टी में खेलना उनके तनाव के स्‍तर को कम करता हैं, इसलिए बच्‍चों को मिट्टी में खेलने की अनुमति देना उनको रिलैक्स और शांत रखने में मदद करता है।

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प्रकृति की देखभाल

जिन बच्चों को खुले वातावरण और मिट्टी में मां-बाप से इजाजत नहीं मिलती, उन बच्चों को प्रकृति के महत्व के बारे में बहुत कम पता होता है। बच्चे जब बाहर खुले वातावरण में खेलने जाएंगे तो प्रकृति रहने से उन्हें प्रकृति के महत्व का पता चलता है। 

त्वचा के लिए फायदेमंद

मिट्टी में पाए जाने वाले तत्व बच्चों की त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। असल में मिट्टी में खेलने से त्‍वचा के रोमकूप खुलते है जिससे रक्‍त का संचार बढ़िया तरीके से होता है। आज कल स्किन कैंसर होने का खतरा भी बना रहता है। आप मानेंगे नहीं बच्चों को मिट्टी में खेलने देने से उन्हें बड़ी से बड़ी बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सकता है। 
 


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Content Writer

Anjali Rajput

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