इस मानसून भी सीलन से खराब ना हो जाए दीवार, समय पर कर लो ये 5 काम
punjabkesari.in Monday, Jul 07, 2025 - 04:26 PM (IST)

नारी डेस्क: मानसून आते ही कई घरों में दीवारों पर सीलन आने की समस्या शुरू हो जाती है। खासकर बरसात के मौसम में या नमी वाले इलाकों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। सीलन न सिर्फ दीवारों की सुंदरता को खराब करता है बल्कि यह पेंट को भी उखाड़ देता है और घर में बदबू फैलाता है। इसके अलावा, सीलन घर की दीवारों और ढांचे को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, मानसून से पहले ही दीवारों की देखभाल करना और सीलन से बचाव के लिए सही कदम उठाना बहुत जरूरी है।
दीवारों पर सीलन आने की वजहें
ठेकेदार की गलती: घर बनाने के दौरान यदि सही तरीके से काम न किया जाए, तो दीवारों में सीलन की समस्या हो सकती है।
ईंटें कमजोर होना: दीवारों में लगी ईटें कमजोर हो जाएं तो सीलन का खतरा बढ़ जाता है।
प्लास्टर सेट न होना: दीवारों पर प्लास्टर ठीक से सेट न होने के कारण दरारें पड़ जाती हैं, जिससे नमी अंदर घुसती है।
छत या जमीन पर पानी का जमाव: अगर घर की छत या आसपास जमीन पर पानी जमा रहता है, तो इससे भी दीवारों में नमी आ जाती है।
ड्रेनेज पाइप का ब्लॉक होना: घर के ड्रेनेज पाइप जाम हो जाएं तो पानी बाहर नहीं निकल पाता और दीवारें गीली होने लगती हैं।
दीवारों को सीलन से बचाने के 5 असरदार तरीके
वाटरप्रूफिंग करवाएं
दीवारों पर सीलन को रोकने का सबसे अच्छा और टिकाऊ तरीका वाटरप्रूफिंग है। खासतौर पर घर की बाहरी दीवारें, बाथरूम और किचन की दीवारें जहां नमी अधिक होती है, वहां वाटरप्रूफिंग कोटिंग जरूर करवाएं। छत पर भी वाटरप्रूफिंग आवश्यक है क्योंकि ऊपर से आने वाला पानी दीवारों में रिसाव कर सकता है। वाटरप्रूफिंग में इस्तेमाल होने वाला केमिकल दीवार के अंदर पानी के घुसने से रोकता है।
सही ड्रेनेज सिस्टम बनाएं
यह सुनिश्चित करें कि घर की छत से पानी निकालने के लिए सही ढलान वाली और जाम न होने वाली ड्रेनेज पाइपें लगी हों। पानी को आसानी से बहने देना जरूरी है। घर के बाहर की नालियों को साफ रखें ताकि पानी कहीं भी जमा न हो। पानी का सही निकास नमी को दीवारों तक पहुंचने से बचाता है।
ये भी पढ़े: Fridge को इस जगह पर रखने की मत कर देना गलती, बढ़ेगा बिजली का बिल और खराब होगा घर का लुक
दीवारों में दरारें और छेद भरवाएं
घर की दीवारों का नियमित निरीक्षण करें। अगर कहीं दरार या छोटा छेद दिखे तो उसे तुरंत भरवाएं। इसके लिए वाटरप्रूफ सीमेंट, सीलेंट या पुट्टी का इस्तेमाल करें। खासकर खिड़कियों, दरवाजों के फ्रेम के आसपास और पाइपलाइन के पास की दीवारों पर ध्यान दें। दरारों में पीपल के पौधे तक उग आते हैं, जो दरारों को और बढ़ा देते हैं और सीलन का खतरा बढ़ाते हैं।
पाइप लीकेज ठीक करवाएं
घर के अंदर पाइपलाइन में लीकेज सीलन की बड़ी वजह होती है। यदि बाथरूम, किचन या किसी भी दीवार के पास पानी रिसने या नमी की गंध महसूस हो, तो तुरंत प्लंबर को बुलाकर पाइपलाइन की जांच कराएं। कई बार लीकेज दिखाई नहीं देता, लेकिन दीवार लगातार गीली रहती है। छुपा हुआ लीकेज दीवार को अंदर से कमजोर करता है और बड़ी सीलन का कारण बनता है।
सीलन न सिर्फ घर की दीवारों की सुंदरता को खराब करता है बल्कि घर के ढांचे को भी नुकसान पहुंचा सकता है। मानसून के समय या नमी वाले इलाकों में इस समस्या से बचने के लिए सही समय पर सावधानी और उचित कदम उठाना बहुत जरूरी है। वाटरप्रूफिंग, सही ड्रेनेज, दरारें भरवाना और पाइपलाइन की सही देखभाल से आप अपने घर को सीलन से बचा सकते हैं और लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं।