3 Idiots के असली रैंचो ! डॉक्टर Video Call में समझाता रहा और लड़के ने करवा दी Delivery

punjabkesari.in Thursday, Oct 16, 2025 - 04:16 PM (IST)

नारी डेस्क:  रात का वो पल जिसने इंसानियत पर भरोसा वापस दिलाया। मुंबई के राम मंदिर स्टेशन पर देर रात एक ऐसा नज़ारा देखने को मिला, जिसने हर किसी की आंखों में आंसू ला दिए। रात करीब 1 बजे एक महिला यात्री को अचानक लेबर पेन शुरू हुआ, और कुछ ही मिनटों में ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई। कोई समझ नहीं पा रहा था कि क्या करें पर तभी भीड़ में से एक अजनबी शख्स आगे आया, जिसने बिना किसी मेडिकल अनुभव के महिला की डिलीवरी कराई और उसकी व उसके बच्चे की जान बचा ली। सोशल मीडिया पर लोग अब उसे “रियल हीरो” कहकर सलाम कर रहे हैं।

‘ऐसा लगा जैसे खुद भगवान ने भेजा हो उसे’

घटना के प्रत्यक्षदर्शी मनजीत ढिल्लों ने इस पूरे वाकये का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने लिखा  “उस पल ऐसा लगा जैसे खुद भगवान ने इस भाई को वहीं भेजा था। महिला की हालत नाज़ुक थी, बच्चा आधा बाहर आ चुका था। अगर वो शख्स कुछ देर और रुकता, तो दोनों की जान जा सकती थी।” उस व्यक्ति ने तुरंत ट्रेन की इमरजेंसी चैन खींची, ट्रेन रुकवाई और आसपास के यात्रियों से मदद मांगी। वह डर तो गया था, लेकिन उसके मन में सिर्फ एक ही बात चल रही थी  “किसी तरह इस मां और बच्चे की जान बचानी है।”

वीडियो कॉल पर डॉक्टर से मिली मदद

उस शख्स ने खुद बताया कि उसने जिंदगी में पहली बार किसी की डिलीवरी कराई। उसने कहा  “बहुत डर लग रहा था... लेकिन वीडियो कॉल पर डॉक्टर मैडम ने बताया क्या करना है। उसी के बताने पर मैंने हिम्मत की।” दरअसल, मौके पर मौजूद लोगों ने कई डॉक्टरों को कॉल किया था, पर एम्बुलेंस देर से आ रही थी। तभी एक महिला डॉक्टर ने वीडियो कॉल पर पूरी डिलीवरी प्रक्रिया गाइड की, और उसी के निर्देशन में उस शख्स ने सफलतापूर्वक बच्चे का जन्म कराया। यह दृश्य देखकर प्लेटफॉर्म पर मौजूद हर व्यक्ति भावुक हो उठा।

अस्पताल ने क्यों मना कर दिया था इलाज से?

गवाहों ने बताया कि महिला को इससे पहले एक अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन वहां इलाज से मना कर दिया गया। बेबस परिवार उसे वापस ट्रेन में बैठाकर दूसरे अस्पताल ले जाने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान स्टेशन पर यह आपात स्थिति बन गई।

मनजीत ढिल्लों ने लिखा 

“अगर वह अजनबी वहां नहीं होता, तो शायद मां और बच्चे दोनों को बचाना नामुमकिन था।”डिलीवरी के बाद स्टेशन स्टाफ और यात्रियों की मदद से मां और बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां दोनों पूरी तरह सुरक्षित हैं। सोशल मीडिया पर ‘रियल हीरो’ की तारीफों की बौछार

यह वीडियो जैसे ही इंटरनेट पर वायरल हुआ, सोशल मीडिया भावनाओं से भर उठा। लोगों ने कमेंट किया  “ऐसे इंसान ही समाज की सच्ची पहचान हैं।” “हीरो वही जो वक्त पर इंसानियत निभा दे।” कई यूजर्स ने लिखा कि इस घटना ने उन्हें इंसानियत पर फिर से भरोसा दिलाया। कुछ ने तो उस व्यक्ति को “भगवान का दूत” तक कहा।

‘मुंबई की वो रात जिसने दिल छू लिया’

मुंबई की वो रात याद दिलाती है कि हर भीड़ में एक फरिश्ता जरूर छिपा होता है। जहां किसी को अपना डर भूलकर किसी और की जिंदगी बचाने की ताकत मिलती है। दीवाली से पहले घटी यह घटना हमें यही सिखाती है  “चमत्कार मंदिरों में नहीं, इंसानों के दिल में होते हैं।”
 

  

 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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