PCOS का इलाज है अब घर पर संभव! बस ट्राई करें लें ये 5 अचूक घरेलू नुस्खे
punjabkesari.in Monday, Sep 11, 2023 - 01:22 PM (IST)

पीसीओएस यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं में पाई जाने वाली एक आम समस्या है। इसमें महिलाओं के शरीर में हार्मोनल असंतुलन होने लगता है। आमतौर पर ये समस्या महिलाओं को 25- 40 की उम्र में ज्यादा होती है। आज के दौर में बदलते लाइफस्टाइल और मिलावटी खाने के चलते ये समस्या महिलाओं में ज्यादा देखने को मिल रही है। इस असर महिलाओं को पीरियड्स के दौरान भी झेलना पड़ता है। इस समस्या से जूझ रही महिलाएं की ओवरी में छोटे- छोटे सिस्ट बन जाते है, जिसके चलते अंडों का उत्सर्जन सही तरह से नहीं हो पाता है। अगर आपको भी पीसीओएस की समस्या है तो राहत पाने के लिए अपना सकती हैं ये 5 असरदार घरेलू नुस्खे...
दालीचीनी
एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि दालचीनी के इस्तेमाल से पीसीओएस की शिकार महिलाओं में इंसुलिन रेजिस्टेंस कम होता है, जिससे उनका पीरियड्स साईकल ठीक हो जाता है। इसके लिए आप एक ग्लिास में पानी में एक चौथाई चम्मच दालचीनी का पाउडर डालें और 1 उबाल आने तक पकाएं। अब इस पानी को ठंडा करके धीरे-धीरे चाय की तरह पिएं। अगर आप इस चाय को और भी टेस्टी बनाना चाहते हैं तो इसमें थोड़ा सा नींबू का रस डाल सकते हैं। इसे लगातार 2-3 महीनें तक पिएं।
पुदीना
एक बर्तन में एक ग्लिास पानी गर्म करें और उसमें 7- 8 पुदीना की पत्तियों को डालकर 10 मिनट तक उबालें। इसे छानकर चाय की तरह पिएं, कुछ हफ्तों तक इसका सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम होता है और शरीर में अतिरिक्त बालों का बढ़ाना कम हो जाता है।
मेथी
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में वजन तेजी से बढ़ता है। इसलिए मेथी का सेवन करें। मेथी शरीर में ग्लूकोज के चयापचय को बढ़ावा देती है और इंसुलिन को बढ़ने से रोकती है। मेथी के बीजों को रात को पानी में भिगो दें तथा खाली पेट एक चम्मच भीगे हुए बीजों को शहद के साथ लें। दोपहर के भोजन एवं रात के भोजन से पहले भी इसे लें।
मुलेठी
एक चम्मच मुलेठी के चूर्ण को एक कप पानी में डालकर उबाल लें। इसका काढ़ा बनाकर चाय की तरह पिएं। कुछ दिन तक इसके सेवन से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आती है एक स्टडी में पाया गया है कि मुलेठी की जड़ का चूर्ण ओव्युलेशन की प्रक्रिया को बढ़ावा देता है।
तुलसी
तुलसी के अन्दर एन्टी-एन्ड्रोजेनिक गुण पाए जाते हैं। प्रतिदिन 8–10 तुलसी की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पिएं।