क्यों रखा जाता है सावन महीने में व्रत, क्या है इसकी मान्यता?
punjabkesari.in Monday, Jul 22, 2019 - 10:58 AM (IST)
आज सावन का पहला व्रत है। इस दिन लड़कियां भगवान शिव की पूजा करती हैं और व्रत रखती हैं। सा माना जाता है कि इस महीने के दौरान भगवान शिव की पूजा करने और उपवास रखने से समृद्धि और खुशी मिलती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्रत रखने का असली कारण क्या है। चलिए आपको बताते हैं कि सावन के व्रत क्यों रखे जाते हैं और इन दिन आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
भारतीय महिलाएं क्यों रखती हैं व्रत?
वैसे तो लड़के व लड़कियां दोनों यह व्रत रख सकते हैं लेकिन ज्यादातर कुवांरी लड़कियां ही सावन व्रत रखती हैं। भारत में माना जाता है कि सावन के सभी व्रत रखने से उन्हें आदर्श व मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। वहीं सुहागन स्त्रियों के व्रत रखने से उनके उनके पति का जीवन और स्वास्थ्य हमेशा अच्छा बना रहता है। ऐसा भी माना जाता है कि यह व्रत लंबे और सुखी वैवाहिक जीवन से जुड़ा हुआ है।
क्या कहती है साइंस?
वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून के आगमन के साथ अचानक मौसम में बदलाव होता है। ऐसे में शरीर को स्वस्थ रखन के लिए व्रत रखना बढ़िया है। यह ना केवल डाइजेशन सिस्टम को सुचारू रखता है बल्कि इससे बॉडी भी डिटॉक्स होती है।
क्यों रखा जाता है व्रत?
ऐसी मान्यता है कि सावन महीने के इन व्रतों को रखने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और आत्मा की शुद्धि होती है। इस दिन जहां-जहां भी शिवलिंग स्थापित है, उन सभी स्थानों पर भगवान शिव स्वयं आते हैं। इसलिए इस दिन शिवलिंग की पूजा की जाती है।
ऐसे करें पूजा
सुबह स्नान करने के बाद शिवलिंग पर दूध, दही, जल, पुष्प, बेलपत्र, धतूरा और बेर आदि चढ़ाए चढ़ाएं। इसके बाद धूप-दीप जलाकर शिवस्तुति, शिवस्त्रोत पढ़े और फिर व्रत शुरू करें। इस दौरान दिन के चारों पहर में पूजा करनी चाहिए। साथ ही सांयंकाल के वक्त भगवान की आरती जरूर करें।
व्रत के दौरान क्या आहार लेना चाहिए?
व्रत के दौरान सात्विक भोजन खाना चाहिए। आप उपवास के दौरान ताजे फल, रस, दूध, लस्सी, छाछ, साबुदाना की खीर, फल की खीर जैसे गाजर या लौकी की खीर और मखाना खा सकते हैं। हालांकि कई लोग इस दिन निर्जल व्रत (बिना खाए-पिए रहना) भी रखते हैं। कुछ लोग इस व्रत में मूंगफली नहीं खाते, लेकिन यह आपके ऊपर है आप चाहे तो मूंगफली खा सकते हैं।