पटौदी इतिहासः कौन थे Saif Ali Khan के दादा-परदादा? जिनसे खुश होकर मुगलों ने इनाम में थी जमीनें
punjabkesari.in Monday, Aug 12, 2024 - 02:29 PM (IST)
नारी डेस्कः बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सैफ अली खान पटौदी रियासत के 10वें नवाब हैं। यह बात तो अधिकतर लोग जानते हैं कि उन्हें यह खिताब अपने पिता मंसूर अली खान पटौदी के बाद मिला, जो 9वें नवाब थे। लेकिन सैफ अली खान के दादा-परदादा का इतिहास क्या है, वे पटौदी रियासत के नवाब कैसे बने, और उनका परिवार कहां से आया? इस बारे में बहुत से लोगों को अभी जानकारी नहीं हैं। तो आइए, हम आपको सैफ अली खान के दादका परिवार और पटौदी रियासत के इतिहास के बारे में बताते हैं।
पटौदी रियासत का इतिहास
पटौदी रियासत का इतिहास लगभग 200 साल पुराना है, जिसकी स्थापना 1804 में हुई थी। हरियाणा के गुड़गांव (अब गुरुग्राम) से करीब 26 किलोमीटर दूर अरावली की पहाड़ियों में स्थित यह रियासत अपने वक्त में काफी महत्वपूर्ण थी। इस रियासत के पहले नवाब फैज तलब खान थे। कहा जाता है कि फैज तलब खान के पूर्वज अफगानिस्तान से आए थे और वे सलामत खान के वंशज थे जो 1480 के आसपास भारत आए थे।
मुगलों से तोहफे में मिली थी जमीनें
पटौदी रियासत का मुगलों से भी गहरा संबंध था। सन् 1408 में, सैफ अली खान के पुरखे सलामत खान अफगानिस्तान से भारत आए थे। उनके पोते अल्फ खान ने मुगलों के साथ कई लड़ाइयों में हिस्सा लिया था, जिसके चलते उन्हें दिल्ली और राजस्थान में जमीनें तोहफे के रूप में दी गईं। इसी जमीन पर पटौदी रियासत की स्थापना हुई थी।
पटौदी रियासत के पहले आठ नवाब
पटौदी रियासत के नवाबों की वंशावली में फैज तलब खान के बाद दूसरे नवाब अकबर अली सिद्दिकी खान बने। फिर मोहम्मद अली ताकी सिद्दिकी खान, मोहम्मद मोख्तार सिद्दिकी खान, मोहम्मद मुमताज सिद्दिकी खान, मोहम्मद मुजफ्फर सिद्दिकी खान और मोहम्मद इब्राहिम सिद्दिकी खान इस पद को संभालते रहे। 8वें नवाब इफ्तिखार अली खान पटौदी थे, जो एक मशहूर क्रिकेटर भी थे। उन्होंने इंग्लैंड की तरफ से भी टेस्ट खेला और बाद में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व भी किया।
मंसूर अली खान पटौदी को कहते थे टाइगर पटौदी
इफ्तिखार अली खान पटौदी के बेटे मंसूर अली खान पटौदी, जो 'टाइगर पटौदी' के नाम से मशहूर थे, 9वें नवाब बने। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और वे भारत के सबसे कम उम्र के
क्रिकेट कप्तान बने। उनकी कप्तानी में भारत ने एशिया के बाहर पहला टेस्ट मैच जीता था।
सैफ अली खान का 10वां नवाब बनना
मंसूर अली खान पटौदी के निधन के बाद, सैफ अली खान को 10वां नवाब घोषित किया गया। हालांकि, सैफ ने इस पदवी को आधिकारिक तौर पर नहीं अपनाया क्योंकि सरकार ने नवाबों की पदवी को मान्यता नहीं दी थी। फिर भी, अपने लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए, उन्होंने यह जिम्मेदारी स्वीकार की।
पटौदी पैलेस
पटौदी परिवार का पटौदी पैलेस, जिसे 'इब्राहिम पैलेस' भी कहा जाता है, आज भी उनकी रॉयल विरासत का प्रतीक है। मंसूर अली खान पटौदी की मृत्यु के बाद, उन्हें इस महल के परिसर में ही दफनाया गया। इस महल की भव्यता और खूबसूरती सभी को आकर्षित करती है।
आशा है आपको पटौदी रियासत और सैफ अली खान के परिवार से जुड़ी यह जानकारी रोचक लगी होगी।