रेस्लिंग करते देख हंसते थे लोग, अब गोल्ड मेडल जीत किया देश का नाम रोशन

punjabkesari.in Monday, Mar 05, 2018 - 05:41 PM (IST)

बार्डर बेल्ट जिले तरनतारन के गांव बागड़िया की नवजोत कौर ने हाल ही में देश के लिए गोल्ड मेडल जीत भारत का नाम रोशन किया है। नवजोत कौर ने किर्गिस्तान की एशियन रेस्लिंग चैंपियनशिप में अंडर-65 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है। वो पहली बार किसी भारतीय ने रेस्लिंग में देश के लिए गोल्ड मेडल प्राप्त किया है और एक नया इतिहास रचा है। तरनतारन की नवजोत कौर गोल्ड मैडल जीतने वाली भारत की पहली महिला है।

नवजोत के पिता सुखचैन सिंह खुद भी देश के लिए रेसलर रह चुके है। अपने परिवार के लिए रेस्लिंग छोड़ चुके सुखचैन ने अपनी बेटी को छठी क्लास से ही रेस्लिंग की ट्रैनिंग देनी शुरू कर दी थी। नवजोत कौर 9 साल की उम्र से रेस्लिंग की तैयारी कर रही है। सुबह चार बजे सैर से लेकर और कई तरह की कड़ी मेहनत की है। अपनी खुद की तैयारी के साथ-साथ नवजोत कौर कोचिंग के लिए भी जाती थी।

बेटी को रेस्लिंग करते देख उनके गांव के लोग पिता को ताना मारते थे लेकिन उनके पिता ने बेटी को रेस्लिंग सीखाना नहीं छोड़ा। अपनी कड़ी मेहनत के बाद नवजोत कौर ने जिले और फिर राज्य के लिए मेडल जीतने शुरू कर दिए। नवजोत कौर ने पहली बात पंजाब स्कूल गेम्स में गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। इसके बाद उन्होंने नेशनल स्कूल गेम्स, इंटरनेशनल अनगिनत गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतें।

इसके अलावा नवजोत कौर इंटर यूनिवर्सिटी में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी है। खेल के साथ-साथ नवजोत कौर अपने गांव के युवाओं को नशे से दूर करने के लिए भी प्रोत्साहित करती थी। नवजोत कौर का मेडल जीतना भारत-पंजाब के लिए बेहद गर्व की बात है।

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