आप भी बना लें इन 6 आदतों को अपनी रूटीन, हमेशा बने रहेंगे जवां

punjabkesari.in Saturday, Oct 07, 2017 - 05:50 PM (IST)

जमाना जितना मॉडर्न होता जा रहा है, वहीं ज्यादा से ज्यादा लोग बीमारियों की चपेट में आते जा रहे है। दरअसल, इनका सबसे बड़ा जिम्मेदार हमारा बदल रहा लाइफस्टाइल और खान-पान की आदतें है, जिनको लेकर हम लोग अक्सर लापरवाही बरत लेते है। अपनी रूटिन लाइफ को इस कदर बिगाड़ लेते है कि बीमारियों हमे चारों तरफ से घेरा डाल देती है। मंदिर तो सभी लोग जाते है। जहां जाकर अलग सी शांति मिलती है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है मंदिर की घंटी की आवाज, हवन का धुआं, माथे पर तिलक लगाने से भी हमारा स्वास्थ्य काफी हद तक दुरूस्त बना रहता है। जी हां, आइए जानते है कैसे। 

 

कपूर और हवन का धुआं
जहां कपूर और हवन का धुआं घर में खुशबू फैलाता है, वहीं इससे मन शांत रहता है। इससे आसपास मौजूद सभी बैक्टीरिया मुक्त हो जाते है। 

हाथ जोड़कर नमस्कार


हाथ जोड़ कर नमस्कार करने से हथेलियों और उंगुलियों के उन प्वाइंट पर दबाव पड़ता है जो हमारे कान, आंख, दिल, नाक आदि जैसे बॉडी पार्ट्स से जुड़ते है। ऐसा करने से बॉडी फंक्शन में सुधार आता है और हम कई तरह की बीमारियों से बचे रहते है। 

मंदिर की घंटी

मदिर की घंटी की आवाज 7 सैकेंड तक हमारे कानों में गूंजती रहती है। इस दौरान शरीर को सुकून देने वाले 7 प्वाइंट एक्टिव हो जाते है जो शरीर से नाकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकालते है।

तिलक लगाना

माथे के बिल्कुल बीच में तिलक लगाने से ब्रेन के खास हिस्से पर दबाव बनता है जिससे शरीर को ताकत मिलती है। तिलक लगाने से चेहरे के मसल्स का ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से चलता रहता है, जिससे चेहरे पर ग्लो आता है। 
 

मंदिर में नंगे पैर जाना 

मंदिर में नंगे पैर जाने से एनर्जी पैरों के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करती है। नंगे पैर चलने से पैरों के प्रेशन प्वाइंच पर दवाब बनता है जिससे बीपी, डायबिटीज, हार्ट डिजीज अन्य आदि प्रॉबल्म दूर रहती है। 

नहाए बगैर न खाना
नहा कर बॉडी के  सभी बैक्टीरिया गायब हो जाते है और शरीर को ताजगी महसूस होती है। इससे भूख भी ठीक तरह से लगती है। खाना खाने के बाद नहाने से शरीर ठंडा हो जाता है जिससे जाइजेशन भी बिगड़ जाता है। 
 

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