बच्चाें काे सुसाइड के लिए उकसाता है यह गेम, पेरेंट्स ना बरतें लापरवाही

punjabkesari.in Tuesday, Aug 01, 2017 - 04:41 PM (IST)

बच्चाें से लेकर बड़ाें तक एेसा काेई नहीं जिसे गेम खेलना पसंद न हाे। फ्री टाइम में चाहे घर पर हाे या बाहर गेम खेलना बेस्ट टाइम पास माना जाता है। लेकिन देखा गया है कि बच्चे इन गेम्ज के ज्यादा अादी हाेते हैं। इसलिए माता-पिता काे इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि उनके बच्चे किसी एेसे रास्ते पर न चले जाएं, जाे उनके लिए जानलेवा हाे सकता है। वर्किंग पेरेंट्स के लिए यह बात ज्यादा अहम हाे जाती है, क्याेंकि सारा दिन वह अपने बच्चे के साथ नहीं हाेते। एेसे में उनका बच्चा क्या कर रहा है, इस बात की खबर उन्हें हाेनी चाहिए।

'भारत में पहुंची दहशत'
कुछ समय पहले पाेकेमाेन नाम की एक गेम काफी फेमस हुई थी, जिसने बड़ाें से लेकर बच्चाें तक पर अपना गहरा असर दिखाया था। साेते, उठते, जागते अधिकतर लाेग इसी गेम काे खेलने के अादी हाे चुके थे। लेकिन अब एक एेसी गेम चर्चा में है, जाे बच्चाें काे सुसाइड के लिए उकसाती है। ब्लू व्हेल नाम की यह गेम अब तक दुनियाभर में करीब 250 से ज्यादा बच्चों की जान ले चुकी है। इसे 25 साल के फिलिप बुडेकिन ने साल 2013 में बनाया था। अब इस गेम की दहशत भारत में भी पहुंच चुकी है। 

'गेम से बाहर निकलना मुश्किल'
यह गेम क्लोज्ड ग्रुप में खेला जाता है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, व्हाट्सएप जैसे साइट्स पर इंविटेशन के जरिए बच्चे इस गेम में शामिल होते हैं। इसमें 50 स्टेज काे 50 दिनों में पूरा करना होता है। हर स्टेज पर यूजर को खुद काे तकलीफ देते हुए एक तस्वीर ग्रुप पर भेजनी पड़ती है। गेम की सबसे खतरनाक बात यह है कि जब भी बच्चे इस गेम से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं तो गेम चलाने वाले आपके परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी देते है। पुलिस की मानें तो माता-पिता को अपने बच्चों की तरफ खास ध्यान देना हाेगा, ताकि उन्हें इस खतरनाक गेम से बचाया जा सके।

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