राष्ट्रभाषा न बोलने पर Zomato ने कस्टमर को नहीं दिया रिफंड, कहा- पहले हिंदी में करो बात

punjabkesari.in Tuesday, Oct 19, 2021 - 04:48 PM (IST)

फूड डिलिवरी एप जोमैटो ने एक कस्टमर को हिन्दी भाषा का ज्ञान देकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। पहले भी कई बार विवादों पर रह चुके जोमैटो पर इस बार हिंदी को थोपने का आरोप लगा  हैं। जी हां, कंपनी ने कस्टमर को रिफंड देने  से इसलिए मना कर दिया क्योंकि उसे हिंदी नहीं आती थी। अब इस घटना के बाद 'Reject Zomato' ट्रेंड कर रहा है। 


तमिलनाडु के एक कस्टमर ने  Zomato से खाना ऑर्डर किया। पहले तो फूड आइटम उनके पास पहुंची नहीं इसके बाद जब उन्होंने रिफंड  के लिए कस्टमर केयर से बात की तोभाषा को लेकर विवाद हो गया। यूजर चाहता था कि कस्टमर केयर वाला तमिल भाषा में बात करे क्योंकि उसे हिंदी नहीं आती थी। कस्टमर केयर सपोर्ट की तरफ से उससे कहा गया कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है, इसीलिए सबको थोड़ी बहुत हिंदी तो जाननी चाहिए। 

Zomato के इस जवाब से यूजर नाराज हो गया और उसने  चैट का स्क्रीनशॉट ट्विटर पर शेयर कर दिया। विकास नाम के शख्‍स ने लिखा कि 'कस्‍टमर केयर का कहना है कि मेरा रिफंड इसलिए नहीं किया क्‍योंकि मुझे हिंदी नहीं आती। उसने मुझे झूठा भी करार दे दिया।  विकास ने इसके लिए जोमैटो से पब्लिक माफी की मांग की है और साथ ही उन्हें झूठा कहे जाने पर स्पष्टीकरण भी मांगा है। 


विकास का यह भी कहना है कि अगर Zomato तमिलनाडु में अपना बिजनेस कर रहे हैं, तो उन्हें ऐसे लोगों को नौकरी पर रखना चाहिए, जिसे तमिल भाषा आती हो। उन्होंने कहा-  मुझे मेरा रिफंड चाहिए। वहीं सोशल मीडिया पर यह मामला सामने आते ही लोग भडक गए। कुछ ही देर में #Reject_Zomato ट्रेंड 
करना लगा, जहां  जोमैटो के खिलाफ एक मुहिम चलाई जा रही है। 
 

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vasudha