बच्चों का कॉन्फिडेंस बढ़ाती हैं आउटडोर गेम्स

punjabkesari.in Tuesday, Mar 27, 2018 - 05:38 PM (IST)

स्कूल की छुट्टियां पड़ते ही बच्चे खेलना-कूदना और मस्ती करना शुरू कर देते हैं। कई बार पेरेंट्स उनकी शरारतों से तंग आकर उन्हें डांट देते हैं लेकिन क्या आप जानते है खेलना-कूदना आपके बच्चे के लिए फायदेमंद है। अगर आप भी चाहते है कि आपका बच्चा ज़िंंदगी की दौड़ में न पिछड़े तो उसे आउटडोर गेम्स जैसे फुटबाल, बैडमिंटन, टेबलटेनिस और बॉस्केटबॉल आदि जरूर खिलाएं। खेलों में हिस्सा लेने से बच्चों का शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक विकास भी तेजी से होता है। इसके अलावा खेल-कूद से बच्चा कई चुनौतियों का सामना करना भी सीखता है।
 

1. व्यक्तित्व निखरना
खेल-कूद से जुड़ी कई गतिविधियां बच्चे के व्यक्तित्व को निखारने में मदद करती है। इससे अलावा ज्यादा खेलने-कूदने वाले बच्चे स्कूल स्पोर्ट्स ऐक्टिविटीज में भी खुलकर हिस्सा लेते हैं।

2. दूसरों के साथ चीजें बांटना
अक्सर बच्चे खेलों में एक दूसरे के खिलोने इस्तेमाल करते हैं। इससे चीजों को दूसरों के साथ बांटना, मदद करना, नियम-कायदें, दूसरों का सम्मान करना आदि गुण उनके व्यक्तित्व में खुद-ब-खुद शामिल हो जाते हैं।
 

3. सीखते हैं हार स्वीकारना
हार जीत तो हर खेल का हिस्सा होती है। ऐसे में बच्चे खेल के जरीए दूसरों के साथ अपनी जीत सेलिब्रेट करना और विनम्रता से हार स्वीकारना सीखते हैंं।
 

4. सेहत के लिए फायदेमंद
आउटडोर गेम्स जैसे पकड़म-पकड़ाई, छुपम-छुपाई, खो-खो, बैडमिंटन, क्रिकेट, कबड्डी, गुल्ली  डंडा, पिटठू, टेबल टेनिस, फुटबॉल, बॉस्केटबॉल, वॉलीबॉल और हॉकी को खेलने से बच्चे हेल्थी, फिट और चुस्त-दुरूस्त रहते हैं।

5. आत्मविश्वास बढ़ना
आउटडोर गेम्स से बच्चों का आत्ममविश्वास बढ़ता है। पैरेंट्स, कोच और आसपास के लोग जब उनकी कोशिशों की तारीफ करते हैं, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ जाता है। इससे बच्चों में सेल्फ एस्टीम की बढ़ोतरी होती है, जोकि आगे चलकर उनकी मदद करती है।
 

6. लक्ष्य का पीछा करना
खेलते समय बच्चों को कितनी भी दिक्कत आएं वह उन्हें खेलना नहीं छोड़ते। वह आखिरी पल तक जीतने की कोशिश करते हैं। धीरे-धीरे उनकी यह आदत उनके व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाती हैं।

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