World Alzheimer's Day: बुढ़ापे में भी नहीं भूलेंगे कोई चीज अगर रोज करेंगे ये 5 काम

punjabkesari.in Monday, Sep 21, 2020 - 10:03 AM (IST)

21 सितंबर को हर साल विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है।, ताकि लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जा सके। पहले जहां अल्जाइमर को 70 साल के बुजुर्गों की बीमारी समझा जाता था वहीं, अब 40 और इससे कम उम्र के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। हालांकि लोग इसे भूलने की आम बीमारी समझ नजरअंदाज कर देते हैं, जो धीरे-धीरे गंभीर रूप ले लेती हैं।

कभी-कभार भूल जाने कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन रोज-रोज भूल जाना किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है, जिसे अल्जाइमर कहते हैं। ऐसे में आप परेशान न हो क्योंकि आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे, जिससे आप इस बीमारी से बचे रह सकते हैं।

क्‍या है अल्‍जाइमर

अल्जाइमर दिमागी बीमारी है, जिसमें याद रखने की क्षमता कम हो जाती है। व्यक्ति की समझ भी कम हो जाती है और उसे भ्रम होने लगता है। दिमाग के खास हिस्से में एमलॉयड बीटा प्रोटीन के जमने से यह बीमारी होती है, जिसके बाद बीमारी का इलाज करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि बीमारी के शुरूआती दौर में नियमित जांच और इलाज से इस पर काबू पाया जा सकता है।

अल्जाइमर के लक्षण

छोटी-छोटी चीजें भूल जाना
सोचने-समझने में मुश्किल होना
यूरिन ठीक से ना आना।
वजन घटना।
दौरे पड़ना।
त्वचा में इंफैक्शन
कराहना, आहें भरना या घुरघुराना।
लोगों को पहचानने में मुश्किल
बोलने में कठिनाई

चलिए अब हम आपको बताते हैं कि आप किस तरह इस बीमारी पर काबू पा सकते हैं।

इन गतिविधियों से पाएं काबू

पढ़ाई, खेलकूद जैसे क्रास वर्ड और अन्य दिमागी शक्ति लगने वाली गतिविधियों पर ध्यान दें।

खान-पान से रखे याददाश्त मजबूत

याद्दाश्त तेज करने लिए आप रोजाना बादाम और ड्राई फ्रूट का सेवन करें। साथ ही पीपल के तने का पाउडर और हल्दी का सेवन करने से भी याद्दाशत तेज होती है। इसके अलावा डाइट में ब्रोकली, फूलगोभी, हरी पत्तेदार सब्जियां, फलियां, साबुत अनाज, मछली, जैतून का तेल लें।

इस चीजों से रहें दूर

अगर अल्जाइमर रोग हो तो तिल, सूखे टमाटर, कद्दू, मक्खन, चीज, फ्राइड फूड, जंकफूड, रेड मीट, पेस्ट्रीज और मीठे का सेवन न करें।

योग और व्‍यायाम

रोजाना व्यायाम और योग से भूलने की समस्या पर काबू पाया जा सकता है। याददाश्त तेज करने के लिए सर्वांगासन, भुजंगासन और कपालभाति जैसे प्राणायाम करें। साथ ही रोजाना जॉगिंग, सुबह की सैर और व्यायाम भी करें।

खुद करें अपने काम

अगर बढ़ती उम्र में लोग अपना काम खुद करते हैं तो उन्हें अल्जाइमर रोग होने का खतरा कम होता है और याददाश्त भी तेज होती है।

थेरेपी भी है मददगार

अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों को दूर करने के लिए आप अरोमा थेरेपी का सहारा भी ले सकते है। इससे आप तनाव मुक्त होते है और अरोमा थेरेपी दिमाग तेज करने और भूली हुई यादों को वापस लाने में भी मदद करती है।

Content Writer

Anjali Rajput