जयपुर की शान है बिना कमरों के बना यह ऐतिहासिक महल

punjabkesari.in Saturday, Aug 11, 2018 - 05:14 PM (IST)

भारत का इतिहास यूं ही खास नहीं माना जाता है। भारत में कई ऐतिहासिक किले और महल है, जो इस देश की शान कहलाते हैं। आज हम आपको जयपुर में स्थित हवा महल के बारे में बताने जा रहे हैं, जोकि जयपुर के साथ भारती की भी शान है। बिना कमरों वाले इस महल की खूबसूरती को देखकर हर कोई हैरान हो जाता है। तो चलिए जानते हैं इस महल के बारे में कुछ और बातें।

जयपुर में स्थित हवा महल सामने से तो किसी भव्य महल की तरह लगता है लेकिन इस अंदर जाने बाद आपको पता चलेगा कि इसमें एक भी कमरा नहीं है। इस हवा महल में सिर्फ गलियारे ही बने हुए है।

200 साल पहले बने इस महल को महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने बनवाया था। इस महल को राजा ने इसलिए बनवाया था, ताकि राजमहल की महिलाएं परेड़, झांकी या जुलूस को बिना किसी की नजर में आए आसानी से देख सकें।

इस विशाल महल में 953 खिड़कियां और झरोखे हैं, जिससे ठंडी हवा आती रहती है और इसी के कारण यह जगह बिल्कुल ठंडी रहती है। यह ऊपर से केवल डेढ़ फुट चौड़ी है और बाहर से देखने में किसी मधुमक्खी के छत्ते के तरह दिखती है। कहा जाता है कि राजपूतों के परिवार गर्मी के दिनों में राहत के लिए इसी महल में निवास करते थे।

आपको जानकर हैरानी होगी कि 5 मंजिला बने इस महल के ऊपर जाने के लिए एक भी सीढ़ी नहीं है। ऊपर की मंजिलों पर जाने के लिए आपको ढलान वालों रास्तों पर चलना पड़ता है।

हवामहल सबसे ज्यादा अपनी संस्कृति और इसकी डिजाइन के कारण फेमस है। हवामहल राजपूत और मुगलकला का बेजोड़ नमूना है। इस महल में आपको राजपूतों की कलाकारी गुंबददार छत, कमल, और बगीचे में देखने को मिलेगी। वहीं, मुगलों की कलाकारी आपको मेहराव और यहां पर की गई बारीक नक्काशी में दिख जाएगी।

यह इमारत बिना किसी नीव की बनी हुई है, जोकि किसी अजूबा से कम नहीं है। यह दुनिया की सबसे बड़ी बिना नीव की इमारत मानी जाती हैं। इस महल की वास्तुकला और अद्भुत प्रतिभा भी टूरिस्ट को आकर्षित करती है। अगर आप जयपुर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इस महल को देखना न भूलें।

Content Writer

Anjali Rajput