दिल्ली में यमुना का जलस्तर 207 मीटर पार, 1963 के बाद पांचवीं बार दर्ज, NDRF ने जारी किया अलर्ट"

punjabkesari.in Wednesday, Sep 03, 2025 - 08:05 PM (IST)

 नारी डेस्क:  दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बारिश के चलते खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। बुधवार शाम 7 बजे तक यह 207.37 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान (205.33 मीटर) से 2 मीटर ऊपर है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) के अनुसार, रात 8 बजे तक यह 207.40 मीटर तक पहुंच सकता है। यह 1963 के बाद पांचवीं बार है जब यमुना का पानी 207 मीटर के पार गया है।

ऐतिहासिक रिकॉर्ड टूटा

सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, यह घटना दिल्ली के इतिहास में दुर्लभ है। 1963 के बाद से केवल पांच बार ही यमुना का जलस्तर 207 मीटर पार पहुंचा है। इससे पहले 1978 में 207.49 मीटर, 2013 में 207.32 मीटर और 2023 में 208.66 मीटर का रिकॉर्ड स्तर दर्ज किया गया था, जिससे दिल्ली में भीषण बाढ़ आई थी।

बाढ़ अलर्ट और यातायात प्रभाव

मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली के लिए शाम 7.24 बजे तक येलो अलर्ट जारी किया है। गाजियाबाद और नोएडा में ऑरेंज अलर्ट जारी है, जबकि गुरुग्राम और फरीदाबाद में रेड अलर्ट लागू है। यातायात प्रभावित होने के चलते रिंग रोड पर ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में भी भारी बारिश का रेड अलर्ट है।

बड़े पैमाने पर रेस्क्यू अभियान

दिल्ली सरकार ने निचले इलाकों से लोगों को निकालने का अभियान शुरू कर दिया है। शहर में बनाए गए 28 अस्थायी शिविरों में 10,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शाहेदी ने बताया कि हिमालयी क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ा गया है, जिससे यमुना का जलस्तर बढ़ा है। एनडीआरएफ ने 5 टीमें तैनात कर दी हैं और स्थिति को नियंत्रण में बताया है।

धार्मिक स्थलों पर असर

यमुना के बढ़ते जलस्तर से दिल्ली के सबसे पुराने श्मशान घाट निगमबोध घाट में पानी घुसने लगा है। हालांकि, एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि घाट अभी भी चालू है और अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर जलस्तर और बढ़ता है तो इसे अस्थायी रूप से बंद किया जा सकता है।

आगे की चुनौतियां

केंद्रीय जल आयोग ने चेतावनी दी है कि यमुना का जलस्तर आगे भी बढ़ सकता है। एनडीआरएफ की टीमें पूरी तरह अलर्ट पर हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। अधिकारियों ने लोगों से यमुना के किनारे वाले इलाकों से दूर रहने और सरकारी अलर्ट्स पर ध्यान देने की अपील की है।
 

 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static