लेखक जावेद बेग ने मांगी कश्मीरी पंडितों से माफी, गिरिजा टिक्कू का नाम लेकर कहा- ''मैं गवाह हूं..."
punjabkesari.in Thursday, Mar 17, 2022 - 04:53 PM (IST)
फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है, जो 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए बर्बर नरसंहार पर बनी हैं। यह फिल्म ना सिर्फ दर्शकों को पसंद आ रही है बल्कि इसकी दर्शकों को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है। वहीं, इसी बीच फिल्म के लेखक जावेद बेग का ट्वीट सामने आया है, जिसमें उन्होंने हाथ जोड़कर पंडित समुदाय से माफी मांगी है। वहीं उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है कि वह अवधि बहुत भयानक थी और वह गवाह है कि अपराध किए गए हैं।
ट्वीट में लिया गया गिरता टिक्कू का नाम
जावेद बेग सिर्फ एक लेखक ही नहीं बल्कि एक्टिविस्ट भी हैं। उन्होंने गिरिजा टीकू का जिक्र करते हुए ट्विटर पर लिखा, "मैं कश्मीरी मुस्लिम हूं। हमारी पंडित बहन गिरिजा टीकू को टुकड़ों में काट दिया गया था जबकि वह जिंदा थी। यह उन कश्मीरी मुस्लिम परिवारों के आतंकवादियों ने किया, जिनके हाथों में "आजादी" के नाम पर पाकिस्तान से बंदूकें थमाई गई। यह कोई प्रचार नहीं, तथ्य है। मैं हाथ जोड़कर पंडित बिरादरी से माफी मांगता हूं"।
I am Kashmiri Muslim.Our Pundit sister Girja Tikoo was cut into pieces, while she was alive by militants from Kashmiri Muslim families who had guns from Pakistan in their hands, all in name of "Azadi".This is FACT & not propaganda.I fold my hands and apologize to Pundit biradari pic.twitter.com/3muXcIzVCh
— Javed Beigh (@Javedbeigh) March 15, 2022
जावेद बेग ने ट्वीट किया वायरल वीडियो
एक वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, प्रिय मित्रों, मैं अपनी राय का वीडियो साझा कर रहा हूं जिसे मैंने हिंदी में व्यक्त किया है। @AnnNewsKashmir #TheKashmirFiles फिल्म पर, हमारी कश्मीरी पंडित बहन गिरिजा टीकू की नृशंस हत्या और हमारे कश्मीरी पंडित बिरादरी के जबरन पलायन की दुर्भाग्यपूर्ण त्रासदी।"
Dear Friends
— Javed Beigh (@Javedbeigh) March 16, 2022
I am sharing video of my opinion that I expressed in Hindi on @AnnNewsKashmir on #TheKashmirFiles movie, brutal murder of our Kashmiri Pundit sister Girija Tikoo & unfortunate tragedy of forced exodus of our Kashmiri Pundit biradari. Sangrampora Beerwah Massacre 👇 pic.twitter.com/LKcw8yXemz
एक अन्य ट्वीट में वे लिखते हैं, 'कोई सच बोलता है या नहीं, सच तो सच ही रहता है। मैं 21 मार्च 1997 को संग्रामपोरा बीरवाह में नवरोज के दिन हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार का गवाह हूं। वह मेरा गृहनगर है। मैं अभी भी दुखी और शर्मिंदा महसूस करता हूं।'
'कश्मीरी पंडित कोई और नहीं, हमारा अपना'
वीडियो में जावेद कहते हैं, "कश्मीरी पंडित गैर नहीं थे। वे हमारे खून हैं। हम अपनी जाति हैं। अपने पिता की पीढ़ी द्वारा की गई गलतियों को आज स्वीकार कर लेना चाहिए। यह स्वीकार किया जाना चाहिए कि पाप किए गए हैं। इसे समझने के लिए किसी फिल्म की जरूरत नहीं है। इसके लिए सिर्फ विवेक की जरूरत है।"
The massacre of Sangrampora Beerwah which unfortunately was carried out on 21st March 2022 , that's when we celebrate Nourooz . I am the witness of that Massacre in which dozens of KP's were killed in cold blood . Some killers are still roaming free https://t.co/IcPf3rulFj
— Javed Beigh (@Javedbeigh) March 16, 2022