घर और काम, दोनों कैसे संभालती हो तुम?
punjabkesari.in Friday, Mar 13, 2020 - 02:50 PM (IST)
महिलाएं अपने घर और करियर दोनों को लेकर काफी सजग हैं। असल में करियर का आकर्षण है ही कुछ ऐसा, एक बार घर से बाहर कदम निकालते ही एक औरत के लिए घर पर रहना थोड़ा मुश्किल काम हो जाता है। जरुरत कह लीजिए या फिर पैसों की चाह, एक औरत को फिर से घर पर बैठने नहीं देती, मगर ऑफिस और घर को एक साथ संभालना क्या आसान काम है? यह इतना मुश्किल है कि खुद के लिए तो समय मिल ही नहीं पाता। आइए आज जानते हैं घर और ऑफिस इकट्ठा संभालते-संभालते एक औरत को किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है...
घर से कदम तो बाहर निकाल लिया मगर इन सब के साथ-साथ मुश्किलों की पोटली भी खुल जाती है। एक चीज नहीं, बल्कि जीवन का पूरा ढांचा ही बदल जाता है। रहन-सहन, आदतें, व्यवहार, कल्चर, घर में कोई फंक्शन, पाठ-पूजा को कैसे मैनेज किया जाए। बात अगर एडजेस्टमेंट की करें तो एक औरत को सबसे ज्यादा करनी पड़ती हैं, क्योंकि कहीं न कहीं आज भी पुरुष में एक ईगो जरुर मौजूद है कि घर का काम मैं क्यों करुं? अंत में ये जिम्मेदारी भी औरत के हाथ ही आती है।
जब तक शादी नहीं हुई तब तक सब ठीक...
शादी से पहले और शादी के बाद एक कामकाजी महिला के जीवन में जमीन आसमान का फर्क दिखाई देता है। मां के घर में अगर ऑफिस से आकर काम नहीं भी किया तो चलता है, मगर ससुराल में आपकी अपनी नहीं चलेगी। आपको जॉब के साथ-साथ घर का काम भी करना पड़ेगा। जिसका असर एक न एक दिन औरती की सेहत पर पड़ने लगता है। आज सब कुछ होते हुए भी बीमारियों की वजह यही एक्स्ट्रा जिम्मेदारियां हैं जिन्हें हर हाल में एक औरत को ससुराल में निभाना ही पड़ता है।
आप भी उठाएं कुछ कदम...
करियर की चाह में नई ऊंचाइयां छूना एक औरत के लिए तभी संभव हो सकता है जब पार्टनर या फिर घरवाले आपका पूरा साथ दें। एक औरत का भी दिल करता है कि दिनभर काम करने के बाद घर आकर कोई उसे एक चाय का कप पूछ ले। आखिर वो भी सारा दिन अपने काम के लिए सारा दिन पिसती रही है। माना की औरत बहुत शक्तिशाली है मगर घर और ऑफिस एक साथ संभालना उसके लिए मुमकिन नहीं है। ऐसा करने से वह खुद गिल्ट कॉम्पलैक्स से घिर जाती है जो आगे चलकर उसे मानसिक और शारीरिक दोनों तौर पर परेशान करता है।
बच्चों के लिए भी समय जरुरी...
आज अगर देखा जाए तो करियर ओरिएंटिड मां-बाप के बच्चे उनसे कुछ दूर रहने लगे हैं। बिजी मॉम के चलते बच्चे कहीं न कहीं मां के प्यार से वंचित रहने लगे हैं। कहीं न कहीं अपना स्टैंडर्ड मेनटेन करने और बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के लिए बाहर विदेश भेजने के चक्कर में दिन रात बस मेहनत करते रहते हैं। मगर फिर भी जरुरी है बच्चों के साथ परफेक्ट ट्यूनिंग बनाकर रखने की।
आपसी समझ है सबसे जरुरी
जीवन में आगे बढ़ने के लिए केवल अच्छी नौकरी या पैसा ही नहीं बल्कि आपकी समझ भी जरुरी है। वर्ना आपसी झगड़े, तनाव, गलतफहमियों के चलते वे केवल एक-दूसरे की राह में बाधा ही पहुंचाएंगे। जरा सी भी गलतफहमी चिंगारी का काम कर रिश्ते को खराब कर सकते हैं। जितना हो सके घर के हालातों खासतौर पर अपने खिलाफ होती बातों को चुप चाप सुनना चाहिए।
घरवालों को गहरी करनी होगी अपनी सोच
अगर एक औरत को कभी घर आने में देरी होती है, तो खासतौर पर उसके पति को इस बात की समझ बनाकर रखनी चाहिए कि बाहर के काम काजों में देर सवेर हो ही जाती हैं। इस वजह से लड़ाई-झगड़ा या फिर मन मुटाव करना सही बात नहीं। एक औरत के जीवन में पति की समझदारी सबसे ज्यादा अहमियत रखती है। अगर उसका पति उसके साथ खड़ा है तो उसे दूसरे लोगों की बात पर ज्यादा गौर न देकर अपने जीवन पर ध्यान देना चाहिए।
शक की कोई जगह नहीं
अब जब हम घर से बाहर निकलते हैं तो वो चाहे एक औरत है या मर्द आपका मेल-मिलाप हर तरह के इंसान से होगा। हो सकता है आपकी बॉंडिंग किसी एक शख्स के साथ ज्यादा हो जाए। ऐसे में एक पति को किसी भी तरह का भ्रम मन में नहीं रखना चाहिए। दोनों को चाहिए कि एक दूसरे को जितना हो सके समझें और प्यार से जीवन की गाड़ी चलाते रहें।