महिलाओं में इस कैंसर की वजह है यौन संपर्क

punjabkesari.in Tuesday, Feb 05, 2019 - 05:57 PM (IST)

सवाईकल कैंसर महिलाओं से जुड़ी गंभीर बीमारी है, जो कि बच्चेदानी में कोशिकाओं के बढ़ने की वजह से होती है। ज्यादातर सवाईकल कैंसर के मामले फ्लैटंड और स्क्वैम्श कोशिकाओं की बढ़ोत्तरी के कारण होते हैं। यह कैंसर ह्यूमन पैपीलोमा वायरस(एचपीवी) की वजह से होता है। इस कैंसर से बचाव के लिए इसके बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है। आइए जानते है इस कैंसर के बारे में-

 

31-45 उम्र की महिलाओं को खतरा ज्यादा

पैथोलॉजी लैब एसआरएल डायग्नॉस्टिक्स की ओर से सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के लिए HPV यानी ह्यूमन पैपीलोमा वायरस जांच में पता चला है कि 31-45 आयुवर्ग की महिलाओं में हाई-रिस्क एचपीवी के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके बाद 16-30 की उम्र के 30 फीसदी मामलों में हाई-रिस्क एचपीवी पॉजिटिव पाया गया है। इस कैंसर पर किए गए एक शोध में ये पता चला है कि यह सबसे ज्यादा 35 साल की उम्र के बाद होता है।

 

कैंसर फैलने की खास वजह

एचपीवी के फैलने का सबसे बड़ा कारण यौन संपर्क है। ज्यादातर लोग यौन क्रिया शुरु करने के कुछ ही समय बाद एचपीवी से संक्रमित हो जाते है। 2014 से 2018 के बीच देशभर में 4500 महिलाओं की जांच हुई। इनमें से 8 फीसदी महिलाएं हाई-रिक्स एचपीवी की शिकार थी। एक स्टडी के अनुसार एचपीवी वायरसों का एक समूह है, जो दुनिया भर में आम है। इसके 100 से ज्यादा प्रकार हैं, जिनमें से 14 कैंसर कारक है।

मौत की बढ़ती दर

सर्वाइकल कैंसर यौन संचारी संक्रमण है, जो विशेष प्रकार के एचपीवी से होता है। सवाईकल कैंसर दुनिया भर में महिलाओं की बीमारियों से हो रही मौत का सबसे बड़ा कारण है। एक अध्ययन में पता चला है कि सवाईकल कैंसर से होने वाली मौतों की दर 7.5 फीसदी है।

 

शुरुआत में पता चल जाएं तो इलाज संभव

एक अनुमान के मुताबिक सर्वाइकल कैंसर कम विकसित क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं में कैंसर का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। 2018 में सवाईकल कैंसर की वजह से 3 लाख 11 हजार महिलाओं की मौत हो चुकी है, जिनमें से 85 फीसदी से ज्यादा मौतें निम्न और मध्यम आयु वर्ग में हुई है। लेकिन अगर शुरुआत में ही सवाईकल कैंसर का पता चल जाएं, तो इसका इलाज हो सकता है। 

Content Writer

Anjali Rajput