Women Health: अनियमित पीरियड्स की वजह हैं ये 8 गलतियां

punjabkesari.in Saturday, Jan 26, 2019 - 02:25 PM (IST)

महिलाओं को आमतौर पर 21 दिनों बाद हर महीने पीरियड्स के दर्द से गुजरना पड़ता है। यूं तो माहवारी महिलाओं के लिए समस्या नहीं बल्कि एक नेचुरल प्रोसेस हैं, जिससे शरीर का गंदा खून बाहर निकल जाता है लेकिन अगर पीरियड्स अनियमित हो जाए तो यह जरूर एक समस्या बन जाती है। पीरियड्स लेट होने के पीछे आपकी कुछ गलत आदतें भी हैं। जी हां, रोजमर्रा में आप कुछ ऐसी गलतियां कर बैठती हैं, जो पीरियड्स साइकल को बिगाड़ देते हैं और आज हम आपको इन्हीं गलत आदतों के बारे में बताएंगे। अपनी इन गलत आदतों में बदलाव करके आप इस समस्या से बच सकती हैं।

 

क्यों जरूरी है समय पर पीरियड्स आना?

इररेग्युलर पीरियड्स, महिलाओं में होने वाली एक कॉमन प्रॉब्लम है। आमतौर पर महिलाओं को 21 दिन बाद पीरियड्स आते हैं। एक बार पीरियड्स लेट होना कोई गंभीर समस्या नहीं लेकिन अगर ऐसा बार-बार हो तो आपको डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए क्योंकि इससे महिलाओं को कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स होने लगती हैं।

अनियमित पीरियड्स के लक्षण

इरेग्युलर पीरियड्स की पहली पहचान है- यूटेरस में दर्द होना। इसके अलावा भूख भी कम लगती हैं। स्तन, पेट, हाथ-पैर और कमर में दर्द, अधिक थकान, कब्ज, दस्त भी इसके लक्षण हैं। यूटेरस में ब्लड क्लॉट्स का बनना भी इसी का एक लक्षण है।

 

पीरियड्स इररेग्युलर के कारण
खराब खान-पान

महिलाओं के मासिक धर्म पर खान-पान का असर अधिक पड़ता है। सही तरीके से भोजन न करने पर वजन घट जाता है और मासिक धर्म को रेगुलेट करने वाले हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं, जिससे पीरियड या तो लेट हो जाते हैं या खुलकर नहीं आते।

दवाइयों का असर

कुछ महिलाएं पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स लेती है लेकिन शुरूआत में यह पिल्स बॉडी के हिसाब से एडजस्ट नहीं कर पाती। इसके कारण आपका हार्मोंन्स फंक्शन गड़बड़ा जाता है और शुरू के 2-3 महीने आपके पीरियड्स समय पर नहीं आते। इस समस्या से निपटनें के लिए पिल्स एक ही नियमित समय पर लें।

 

शराब का सेवन

आजकल महिलाएं भी पार्टी या किसी खास मौके पर शराब का सेवन कर लेती हैं। मगर शराब के सेवन से शरीर में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ जाता है, जो पीरियड्स को प्रभावित करता है। ऐसे में इससे दूर रहने में ही आपकी भलाई है।

 

पर्याप्त नींद ना लेना

अक्सर महिलाएं काम के चक्कर में अपनी नींद पूरी नहीं कर पाती लेकिन इससे आपके पीरियड साइकल पर असर पड़ता है। पूरी और अच्छी नींद ना लेने से पीरियड्स लंबे समय तक, अनियमित और शरीर के कार्य में बाधा पैदा होती है।

वजन बढ़ना या घटना

अचानक वजन बढ़ने या घटने से शरीर का हॉर्मोन्स लेवल बिगड़ जाता है, जिसका ओव्यूलेशन पर भी प्रभाव पड़ता है। साथ ही इससे एस्ट्रोजन हार्मोन का उत्पादन ज्यादा होने लगता है, जिससे पीरियड्स समय पर नहीं आते। ऐसे में बेहतर होगा कि आप वजन कंट्रोल में रखें।

 

एक्सरसाइज ना करना

वजन घटाने और फिट रहने के लिए आजकल महिलाएं डाइटिंग के साथ-साथ हार्ड वर्कआउट रूटीन को फॉलो कर रही हैं लेकिन इसकी वजह से हार्मोन्स का उत्पादन धीमा हो जाता है। इससे पीरियड्स आना बंद या अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं।

 

ज्यादा स्ट्रेस लेना

छोटी-मोटी बातों पर आपका स्ट्रेस लेना भी पीरियड्स साइकल को बिगाड़ देता है। दरअसल, स्ट्रेस हार्मोन्स बॉडी के जरूरी हॉर्मोन्स प्रॉडक्शन पर असर डालकर उसे धीमा कर देते हैं, जिससे पीरियड्स समय पर नहीं आते। साथ ही इससे आपको अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना भी करना पड़ता है।

घरेलू नुस्खों से करें उपचार

अगर आपके पीरियड्स काफी समय से अनियमित हैं तो बिना देर किए डॉक्टर्स से सलाह लें। हालांकि आप कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर भी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

 

दालचीनी व धनिया के बीज

एक कप पानी में 1 चम्मच धनिया के बीज और दालचीनी पाउडर को तब तक उबालें जब तक वह आधा ना रह जाए। इसके बाद इसमें आधा चम्मच पाउडर रॉक कैंडी या अनरिफाइंड चीनी मिलाकर दिन में दो बार पिएं। इससे पीरियड्स रेगुलर हो जाएंगे।

 

अदरक और शहद

आधा कप में पानी थोड़-सा अदरक मिलाकर 5-7 मिनट के लिए उबालें और फिर उसमें शहद मिक्स करें। दिन में 3 बार इस मिश्रण का सेवन करें। इससे आपकी समस्या दूर हो जाएगी।

 

पपीते का जूस

अगर आपके पीरियड्स भी समय पर नहीं आ रहे तो हफ्तेभर लगातार पपीते का जूस पीएं। इसमें मौजूद फाइबर पीरियड्स को सही कर देगा।

 

सौंफ भी है फायदेमंद

सौंफ में एंटीस्पास्मोडिक तत्व होते हैं, जो पीरियड्स को नियमित करने में मददगार होते हैं। आप इसकी चाय बनाकर पी सकती हैं।

Content Writer

Anjali Rajput