Women Alert! हल्के में ना लें पीरियड्स की ये 10 प्रॉब्लम्स, राहत देंगे ये देसी नुस्खे

punjabkesari.in Tuesday, Sep 03, 2019 - 09:26 AM (IST)

महिलाएं अक्सर पीरियड्स से जुड़ी प्रॉब्लम्स को अनदेखा कर देती हैं। उन्हें लगता है कि यह एक आम समस्या है जबकि पीरियड्स से ही बाकी समस्याओं की शुरुआत होती हैं। सिर्फ प्रेग्नेंसी ही नहीं बल्कि मोटापे से लेकर थाइराइड तक की प्रॉब्लम की वजह ये पीरियड्स बन सकते हैं। 

 

अगर आप भी ऐसी किसी प्रॉब्लम से जूझ रही हैं तो आपको इस वीडियो में बहुत सारी समस्याओं के हल मिलेंगे। चलिए सबसे पहले बात करते हैं अनियमित पीरियड्स की...

अनियमित पीरियड्स

आपके खाने-पीने की गलत आदतें पीरियड्स को अनियमित कर देती हैं। इसे दूर करने के लिए 1 कप पानी में 1 चम्मच धनिया के बीज और दालचीनी पाउडर को तब तक उबालें जब तक वह आधा ना रह जाए। फिर इसे दिन में 2 बार लें। आप राई का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसे बारीक पाऊडर में पी लें और आधा चम्मच लंच टाइम लें और फिर आधा घंटा कुछ ना खाएं। लगातार 1 महीना ऐसा करें।

कम ब्लीडिंग

अगर पीरियड्स में स्त्राव ना के बराबर होता है तो रोजाना 200 ग्राम पपीते का सेवन करें। यह शरीर में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है जिससे मासिक धर्म खुल कर आना शुरू हो जाता है। डाइट में हैल्दी चीजें खाएं।

हैवी ब्लीडिंग

हैवी ब्लीडिंग के कारण महिलाओं को काफी कमजोरी महसूस होने लगती हैं। कई बार स्थिति इतनी बुरी हो जाती है कि महिला को एनीमिया की शिकायत हो जाती है। इसके लिए 1 चम्मच दालचीनी को गर्म पानी और शहद मिलाकर पिएं। दिन में 2 बार इसका सेवन करने से आपको काफी राहत महसूस होगी।

पीरियड्स में ब्लोटिंग

पीरियड्स के दौरान महिलाओं को ब्लोटिंग यानि सूजन की समस्या का सामना भी करना पड़ता है। ब्‍लोटिंग के लिए आमतौर पर हार्मोंस जिम्‍मेदार होते हैं लेकिन विटामिन-खनिजों की कमी, गलत आहार, खासकर नमक ज्‍यादा लेना और कैफीन या अल्कोहल के कारण भी यह समस्या हो सकती है। इसके लिए सिंहपर्णी की चाय पीएं। यह गैस को कम करके ब्लोटिंग की समस्या से छुटकारा दिलाती है। साथ ही पोटेशियम से भरपूर फूड्स खाएं और भरपूर पानी पीएं।

पीरियड्स में तेज दर्द

हॉट वॉटर बैग में गर्म पानी भरकर पेट, पीठ और दोनों जांघों के बीच सिंकाई करें। गुनगुने पानी से नहाने से भी आराम मिलता है। साथ ही अदरक या शहद डालकर चाय पीने से दर्द में आराम मिलता है। और यह शरीर में पानी बनाए रखकर खून की कमी से लड़ने में भी मदद करता है।

पीरियड्स के दौरान तनाव कैसे करें दूर

पीरियड्स आने के 5 से 11 दिन पहले डिप्रेशन और टेंशन महसूस होती है, जिसे मेडिकल भाषा में प्री मेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसॉर्डर यानी पीएमडीडी कहा जाता है। इसके लिए व्यायाम करें और न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट्स का सेवन बढाएं। साथ ही नमक, चीनी, एल्कोहॉल और कैफीन का सेवन कम करें। डॉक्टर की राय से एंटी-बायटिक्स, एंटी-डिप्रेसेंट्स व पेन किलर्स ले सकती हैं।

पीरियड्स में गैस बनना

पीरियड्स दौरान होने वाले मांसपेशियों के दर्द, ऐंठन और मूड स्विंग्स को कम करने के लिए डाइट में ब्रोकली जरूर लें। आप इसे सैलेड या सब्जी के रूप में खा सकते हैं। साथ ही हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें जैसे तितली आसन।

पीरियड्स में रक्त के थक्के बनना

इसी के साथ पीरियड्स में अगर आपको रक्त के थक्के आते हैं तो घबराएं ना लेकिन अगर ऐसा लगातार होता है तो एक बार डाक्टरी जांच जरूर करवा लें। इस दौरान ज्यादा ठंडी चीजें ना खाएं। खट्टी चीजों से भी परहेज करें। लाइफस्टाइल को हैल्दी रखें। आप हल्दी वाला दूध पी सकती हैं। इससे आपको पीरियड्स पेन से राहत मिलेगी।

Content Writer

Anjali Rajput