ईयर बड्स से कान साफ करना पड़ा महिला को भारी, आप भी रहें सावधान

punjabkesari.in Monday, Aug 19, 2019 - 12:49 PM (IST)

कान की मैल साफ करने के लिए अक्सर लोग कॉटन स्वाब का इस्तेमाल करते हैं। मगर आपकी यह आदत आपके लिए हानिकारक भी साबित हो सकती है। जी हां, हाल ही में एक महिला को कॉटन स्वाब से कान साफ करने पर जानलेवा इंफेक्शन हो गया, वो भी खोपड़ी में।

 

कॉटन स्वाब से हुआ खतरनाक इंफेक्शन

दरअसल, जैसमिन नाम की 37 वर्षीय महिला, रोजाना रोत को अपने कान को कॉटन बड्स से साफ करती थी। एक दिन उसे बाएं कान से सुनने में दिक्कत होने लगी। डॉक्टर से चेकअप करवाने के बाद पता चला कि उसे खोपड़ी में इंफेक्शन हो गया है।

पहले सामने आया हल्का बहरापन

डॉक्टर ने उसे एंटीबायोटिक लेने की सलाह दी लेकिन उससे कोई खास फर्क नहीं पड़ा। कान साफ करने के लिए महिला ने जब कॉटन बड्स डाली तो उसमें से खून आने लगा। जब उसने दोबारा जांच करवाई तो उसमें हल्का बहरापन सामने आया, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे कान एक्सपर्ट के पास जाने की सलाह दी।

सीटी स्कैन करवाने के बाद सामने आया मामला

कान के डॉक्टर ने उसे सीटी स्कैन करवाने को कहा, जिसमें पता चला की जैसमिन को बैक्टीरियल इंफेक्शन हो गया था। इतना ही नहीं, यह इंफेक्शन कान के पीछे की खोपड़ी की हड्डी को धीरे-धीरे खा रहा था। एक्सपर्ट ने जैसमिन को कहा कि आपको मेरे पास 4-5 साल पहले आना चाहिए था। आपको कल ही सर्जरी कराने की जरूरत है।

सर्जरी से बची जान

इंफेक्शन का पता चलने पर डॉक्टर्स ने जैसमीन को अगले दिन ही सर्जरी करवाने को कहा। संक्रमित टिश्यू को निकालने के लिए 5 घंटे की सर्जरी की गई और उनके ईयर कैनल को दोबारा से सही किया गया।

ऐसे हुई इंफेक्शन का शिकार

सर्जन ने जैसमीन को बताया कि उसके कान में कॉटन के फाइबर रह गए थे, जो संक्रमित हो गए थे। जैसमिन ने कहा, 'करीब 5 सालों से कॉटन उसके कान में जमा हो रही थी और कान के पीछे खोपड़ी की हड्डी बिल्कुल कागज जैसी हो गई थी।' फिलहाल जैसमीन पूरी तरह से स्वस्थ है।

क्या वाकई खतरनाक है कॉटन स्वाब?

स्पेशलिस्ट की मानें तो कॉटन बड्स से कान साफ करने से कान की नसों में दिक्कतें आती है। बार-बार इसे कान में डालने पर कान की नली का छेद चौड़ा हो जाता इससे कान में धूल मिट्टी आसानी से चली जाती है जो कान को नुकसान पहुंचाती है। साथ ही इसकी रूई भी कई बार कान में ही रह जाती है जो ऐसे जानलेवा इंफेक्शन का कारण बन सकती है।

Content Writer

Anjali Rajput