आज के दिन क्यों मनाया जाता है महिला समानता दिवस, जानिए इसका इतिहास और Theme

punjabkesari.in Friday, Aug 26, 2022 - 10:45 AM (IST)

समाज का विकास तभी संभव है जब महिलाओं को समान मानवता के अधिकार मिले। जैसे महिलाएं अपने पूरे घर-परिवार की अच्छे से परवरिश करती हैं, वैसे ही देश के निर्माण और अच्छे विकास के लिए महिलाओं का आगे आना आवश्यक है। परंतु आज भी ऐसे कई देश हैं जहां पर महिलाओं को एक सम्मान अधिकार नहीं मिले हैं। अपने सम्मान अधिकारों के लिए वह आज भी लड़ रही हैं। उनके सम्मान अधिकारों को मान्यता देने के लिए हर साल 26 अगस्त यानी की आज के दिन महिला समानता दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए एक थीम भी रखी जाती है। तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे इस दिन की शुरुआत हुई थी...

इस दिन का इतिहास 

महिला समानता दिवस की लड़ाई अमेरिका में शुरु हुई थी। अमेरिका में 1853 में महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए लड़ना शुरु किया था। इस लड़ाई में उन्होंने शादी के बाद संपत्ति पर अपने अधिकारों की मांग रखी थी। ऐसा माना जाता है कि उस समय अमेरिका के साथ कई सारे पश्चिमी देशों में महिलाओं को बहुत ही कम अधिकार दिए जाते थे। उनके साथ पुरुषों के गुलामों की तरह बर्ताव किया जाता था। उनकी लड़ाई के बाद साल 1890 में अमेरिका में नेशनल अमेरिकन वुमेन सफरेज एसोसिएशन का गठन किया गया था। इस संगठन में महिलाओं को वोट डालने का अधिकार देने की मांग रखी गई थी। इस मांग के बाद साल 1920 में महिलाओं को अमेरिका में वोटिंग डालने का अधिकार मिला था। जिसके बाद साल 1971 में अमेरिकी संसद ने हर साल 26 अगस्त के दिन महिला समानता दिवस यानी की वुमेन्स इक्वैलिटी डे को मनाने की घोषणी की गई थी। ऐसे इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई। पहली बार महिला समानता दिवस अमेरिका में मनाया गया था। जिसके बाद धीरे-धीरे पूरी दुनिया में महिला समानता दिवस मनाया जाने लगा।

यह है इस दिन का महत्व 

महिलाएं अपने अधिकार के लिए आज भी लड़ रही हैं। घर से लेकर ऑफिस तक उनकी लड़ाई जारी है। महिलाओं को हर समय पुरुषों और समाज की पुरुषवादी सोच का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद भी कई महिलाओं ने बड़ी से बड़ी जिम्मेदारियां निभाकर यह साबित भी कर दिया है कि वह किसी भी काम में पुरुषों से कम नहीं हैं। अगर उनको भी समाज में पुरुषों के सम्मान अधिकार मिलें तो वह अपनी जिम्मेदारियों को बहुत अच्छे से निभा सकती हैं। 

'सेलिब्रेटिंग वुमेंस राइट टू वोट है इस बार की थीम'

इन खास दिनों को मनाने के लिए हर साल कोई न कोई खास थीम जरुर रखी जाती है। इस साल महिला समानता दिवस की थीम 'सेलिब्रेटिंग वुमेंस राइट टू वोट है।' 

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palak