सर्दियों में तेजी से बढ़ते हैं हार्ट अटैक के मामले, हार्ट पेशेंट यू रखें ख्याल

punjabkesari.in Sunday, Dec 30, 2018 - 02:04 PM (IST)

तेजी से करवट लेता मौसम लोगों के लिए स्वास्थ्य की समस्याएं भी लेकर आता है। ठंड के शुरू होते ही खून में गाढ़ेपन की वृद्धि होने से हृदय रोगियों का जोखिम बढ़ जाता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा दोगुना हो जाता है। हार्ट अटैक किसी को बताकर नहीं आता इसलिए इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप पहले से ही सतर्क रहें।

 

सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा?

शोध के अनुसार सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है। दरअसल, ठंड के मौसम में तापमान कम हो जाता है, जिसकी वजह से ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते और शरीर में खून का संचार सही तरीके से नहीं हो पाता। इससे दिल तक ब्लड और ऑक्सीजन की सप्लाई प्रॉपर तरीके से नहीं हो पाती है, जोकि हार्ट अटैक कारण बनता है। 

इन कारणों से भी बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा

वायु प्रदूषण

इस मौसम में धंध और प्रदूषण के तत्व जमीन पर बैठ जाते हैं, जिससे छाती में इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। इससे सांस लेने में परेशानी होती है। जो लोग पहले ही हार्ट फेलियर के मरीज हैं उन्हें इस मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है।

 

उच्च रक्तचाप

ठंडे मौसम के कारण सिम्पैथी नर्वस सिस्टम सक्रिय हो जाती है और इससे कैटीकोलामाइन हॉर्मेन का स्राव भी हो सकता है। इसके कारण ह्दय की गति के साथ ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिसके कारण दिल को ज्यादा काम करता है, जोकि हार्ट अटैक कारण बनता है।

कम पसीना निकलना

गर्मियों में पसीना निकलने के साथ ही शरीर के विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल जाते हैं। मगर सर्दियों में कम तापमान के कारण पसीना नहीं निकलता, जिसके कारण फेफड़ों में पानी जमा हो जाता है और इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

 

विटामिन-डी की कमी

धूप से मिलने वाला विटामिन-डी दिल में स्कार टिशूज को बनने से रोकता है, जिससे हार्ट अटैक के बाद हार्ट फेल में बचाव होता है। मगर सर्दियों में धूप सही मात्रा नहीं मिल पाती, जिससे बॉडी में विटामिन का स्तर कम हो जाता है। यही वजह बाद में हार्ट अटैक कारण बनती है लेकिन आप विटामिन-डी युक्त आहार का सेवन करके इसके खतरे को कम कर सकते हैं।

 

हार्ट पेशेंट यूं रखें अपनी सेहत का ख्याल

ठंड में गर्म कपड़े पहनकर निकलें

इससे बचने के लिए ज्यादा ठंडे माहौल में जाने से बचें। इसके अलावा घर से बाहर जाते समय भी शरीर को पूरी तरह गर्म कपड़ों से ढक लें,ताकि शरीर में गर्माहट बनी रहें और रक्तवाहिनियों में में सिकुड़न न हो।

मॉर्निंग वॉक करें

सुबह-शाम 3-4 कि.मी. सैर जरूर करें। इससे न केवल रक्तसंचार बेहतर होगा बल्कि शरीर में गर्माहट बनी रहेगी, जिससे आप हार्ट अटैक से बचे रहेंगे।

 

खान पान का रखें ध्यान

हार्ट अटैक से बचने के लिए अधि‍क वसा युक्त चीजें, सिगरेट और शराब आदि से दूर रहें। इसके अलावा अपनी डाइट में लौकी का जूस शामिल करें। इससे हार्ट अटैक का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।

तनाव से दूरी बनाएं

जीवन में तनाव होना कई बीमारियों का कारण होता है इसलिए तनाव लेने से बचें।

 

गुनगुनी धूप में बिताएं समय

सर्दियों में जब भी मौका मिलें गुनगुनी धूप में जरूर बैठे। इससे ना केवल शरीर गर्म रहेगा बल्कि उसे विटामिन-डी भी मिलेगा, जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होगा।

 

हार्ट अटैक से बचने के देसी नुस्खे
पीएं अदरक वाली चाय

1 कप अदरक का रस, नींबू के रस, लहसुन और एप्पल साइडर सिरका को गर्म करें। ठंडा होने पर इसमें शहद मिक्स कर लें। रोज खाली पेट इसके 3 चम्मच पीने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या खत्म हो जाती है।

पीपल के पत्तों का रस भी है फायदेमंद

पीपल के 10-12 पत्तों को साफ करके पानी में उबालकर 15 दिनों तक पीएं। इससे हार्ट ब्लॉकेज की समस्या खत्म होती है और हार्ट अटैक का खतरा कम होगा।

 

अर्जुन की छाल

रोजाना अर्जुल की छाल के पाउडर की चाय बनाकर पीने से भी हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।

Content Writer

Anjali Rajput