डायबिटीज पेशेंट को Lung Cancer का अधिक खतरा क्यों? समय रहते संभल जाएं

punjabkesari.in Saturday, Nov 13, 2021 - 11:06 AM (IST)

डायबिटीज यानि शुगर की बीमारी आज बहुत आम हो गई है लेकिन इसे हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि अनकंट्रोल शुगर आंखों की रोशनी छीन सकती है। वहीं, इससे किडनी, फेफड़े और शरीर के कई अंगों पर भी असर पड़ता है। वहीं, एक शोध की मानें तो ऐसे मरीजों में फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer) होने की संभावना भी अधिक होती है। यही नहीं, भारत में काेलन, प्राेस्टेट और स्तन से भी अधिक मौतें लंग्स कैंसर के कारण हाेती हैं। चलिए आपको बताते हैं इसके पीछे क्या कारण हाे सकता है और इससे कैसे बचा जाए?

डायबिटीज और फेफड़ाें में कैंसर का संबंध

डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक व मेटाबॉलिक विकार है, जिसमें इंसुलिन का स्त्राव कम हो जाने से खून में ग्लूकोज स्तर समान्य से अधिक या कम हो जाता है। करीब 80% मामलों में धूम्रपान ही कैंसर के लिए जिम्मेदार पाया गया है। वहीं, शोध की मानें तो डायबिटीज मरीजों में लंग होने की संभावना उतनी ही है जितनी कि धूम्रपान करने वाले लोगों में, खासकर टाइप-2 डायबिटीज मरीजों में।

इसलिए डायबिटीज मरीजों को अधिक खतरा

डायबिटीज मरीजाें में फेफड़ाें की बीमारी या सांस फूलने की शिकायत रहती है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा डायबिटीज से होने वाली कुछ समस्याएं जैसे मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिक सिंड्रोम भी कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।

क्याें हाेता है फेफड़ाें का कैंसर?

लंग कैंसर तब होता है जब किसी वजह से शरीर की काेशिकाएं खुद नष्ट नहीं हो पाती। डायबिटीज मरीजों शुगर अनकंट्रोल होने पर कोशिकाओं को नुकसान होता है और वो खुद को खत्म नहीं कर पाती। ऐसी स्थिति में वह अनियमित रूप से बढ़ती रहती है, जिसे लंग कैंसर कहा जाता है।

फेफड़ाें में कैंसर के लक्षण

शुरूआत में इस कैंसर के लक्षण नजर आती लेकिन एक स्टेज पर पहुंचने के बाद कुछ संकेतों से इसका पता लगाया जा सकता है जैसे - 

. लगातार खांसी हाेना और दवाई लेने के बाद भी ठीक न हाेना
. खांसी के साथ खून आना
. बलगम में खून आना
 .सांस में तकलीफ हाेना
. छाती में दर्द और गला बैठना
. सिरदर्द
. लगातार वजन कम हाेना
. हड्डियाें में दर्द हाेना
. फेफड़ाें में बलगम जमा हाेना

डायबिटीज मरीज रखें इन बातों का ध्यान

.  सबसे पहले तो अपने ब्लड शुगर लेवल काे कंट्राेल में रखें और इसकी नियमित जांच करें।
. फेफड़ों के कैंसर से बचना है तो रेगुलर एक्सरसाइज, याेगा और प्राणायाम काे लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।
. धूम्रपान, सिगरेट की आदत काे छाेड़ दें, खासकर अगर आप शुगर पेशेंट है।
. घर से बाहर निकलने पर मास्क जरूर पहनें क्योंकि इसका एक कारण प्रदूषण भई है।
. डाइटमें फल, सब्जियाां, बादाम, अंजीर, अखरोट जैसे नट्स, बीन्स, दूध, दही, पनीर , साबुत अनाज जैसी हैल्दी चीजें शामिल करें। साथ ही जंक फूड, फास्ट फूड से परहेज करें।

Content Writer

Anjali Rajput