दिनोें-दिन बच्चे क्यों हो रहे हैं डिप्रैशन का शिकार

punjabkesari.in Thursday, Jan 19, 2017 - 06:25 PM (IST)

अवसाद के शारीरिक लक्षण : भाग-दौड़ भरी जिंदगी और बढ़ते हुए काम के दबाव ने न सिर्फ बड़ों को तनाव दिया है बल्कि बच्चे भी इस प्राॅबल्म का शिकार हुए है और धीरे-धीरे यह तनाव डिप्रैशन में बदल गया है। कुछ एेसी बातें जो बच्चों के दिमाग पर गहरा असर छोड़ देती है जिससे बच्चा धीरे-धीरे डिप्रैशन का शिकार हो जाता है। 


डिप्रैशन बच्चे को बहुत अकेला बना देता है। आपका बच्चा हमेशा उदास नज़र आएगा और साथ ही उसे किसी भी काम में दिलचस्पी भी नहीं होगी। कभी-कभी डिप्रैशन इतना खतरनाक भी हो सकता है कि बच्चे की जान भी जा सकती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते है और इसका इलाज असंभव नहीं है, आप इन कारणों के बारे में जानकर इस बीमारी पर पूरी तरह से काबू पा सकते है।


1.बात-बात पर टोकना
यदि बच्चे अपने दोस्तों के साथ बाहर खेलना पसंद करते हैं, तो उस बात के लिए भी कई माता-पिता टोकने की कोशिश करते हैं जैसे कि तुम वहां मत जाओ, अपने दोस्तों को ही घर पर बुला लो। इस तरह की बातों से बच्चे अंदर ही अंदर घुटन महसूस करते हैं, जो कहीं न कहीं डिप्रेशन का कारण बनता है।

 
2.बच्चों पर दवाब बनाना
आजकल के पेरेंटस पढाई को लेकर बच्चों के ऊपर बहुत दबाव बनाते है कि उन्हें टाॅप करके ही दिखाना है जिससे  कई बार बच्चा डिप्रेशन में चला जाता है।


3.घर का माहौल 
कई बार घर का माहौल भी बच्चों को डिप्रेशन में डाल देता है क्यों कि कई घरों में लड़ाई झगड़ा या पिता का ज्यादा शराब पीना भी इस बीमारी का बढ़ा कारण माना गया है।


4.अच्छी परवरिश
पेरेंटस को अपने बच्चों को एेसी परवरिश देनी चाहिेए ताकि वे अंदर से कठोर बन सकें,उन्हें न तो अधिक तानाशाही माहौल देना चाहिए और न ही ज्यादा नर्म।

Punjab Kesari