बच्चों में ये आदतें देख दूसरे भी करेंगे उनकी तारीफ

punjabkesari.in Saturday, Jan 06, 2018 - 12:43 PM (IST)

माता- पिता बच्चे के पहले गुरू होते हैं। बच्चे वहीं आदतें और बातें सीखते हैं जो उनके बड़े उनको सिखाते हैं। कई बार आप ने देखा होगा कि छोटे बच्चे आपके कहे हुए कुछ शब्दों का इस्तेमाल झट से करने लगतें। उनको नहीं पता होता कि शब्द सहीं है या नहीं, एेसे में माता- पिता को चाहिए कि वह बच्चों के सामने अच्छी और संस्कारीक बाते करें ताकि बच्चा भी वहीं सब बातों को सीखे। इसके साथ ही बच्चों को अच्छे और बुरे का भेद भी जरूर बताएं। यदि आप भी चाहते हैं कि आपका बच्चा समझदार और अच्छा इंसान बने तो, इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान में रखना पड़ेगा। आज हम आपको उन्हीं बातों के बारे में बताएंगे।

तो चलिए जानते हैं उन बाते के बारे में जिनको सीख कर आपका बच्चा एक अच्छा इंसान बन सकता है।

1. प्लीज और थैंक्यू
सबसे पहले बच्चे को थैंक्यू और प्लीज कहना सिखाएं। बच्चा जब कोई चीज मांगता है, तो उसको प्लीज शब्द का उपयोग करने को कहें। इसके अलावा बच्चे को समझाएं कि जब कोई आपका काम करता है या अापकी मदद करे तो उसको थैंक्यू जरूर बोलें। 

2. बड़ों की बात के बीच न बोलें
कुछ छोटे बच्चों को दो बड़ों के बीच में बोलने की गंदी आदत होती है। इस आदत का बच्चों पर गलत असर पड़ता है। जब भी आपका बच्चा आपकी बात के बीच में बोले तो उसको एेसा करने से रोके।

3. हर बात की परमिशन मांगना


बच्चों में यह गुण होना बहुत जरूरी है। बच्चे को बचपन से कहीं बाहर जाने से पहले या कोई काम करने से पहले परमिशन लेने की आदत डालें। यह गुण बच्चे को एक जिम्मेदार बनाता है।

4. किसी की बात का जबाव कैसे दें
दूसरों से कैसे बात करनी है ये बात बच्चों को सीखाना बहुत जरूरी है। अगर उनसे कोई हाल- चाल पुछता है तो उसका जबाव दें चुप- चाप खड़े न रहें। 

5. छींक आने पर मुंह पर हाथ रखें


अधिकतर बच्चे छींकते समय या खांसते समय मुहं पर हाथ या रूमाल नहीं रखते हैं। इसका दूसरों पर गल्त प्रभाव पड़ने के साथ ही बच्चों को भी कई प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। जब भी बच्चे को छींक आएं तो उसको मुंह पर हाथ रखने के लिए कहें।  इसके अलावा यह भी बताएं कि खाने के बाद हाथों को अच्छे से धोएं।

6. गलत भाषा ना बोलें
कई बार बच्चे अपने बड़ो या दोस्तों से गलत भाषा या शब्द सीख लेते हैं। एेसे में बच्चों को प्यार से बताएं कि वह बात गल्त है और दोबारा एेसी शब्द या बात का यूज न करें। बच्चे को कभी भी कोई बात डांट कर न समझाएं। 

 

Punjab Kesari