कोरोना के साथ बढ़ रहा स्‍वाइन फ्लू का खतरा, जानिए दोनों में फर्क

punjabkesari.in Wednesday, Mar 18, 2020 - 12:53 PM (IST)

जहां एक तरफ लोग कोरोना से लड़ने की कोशिश कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ स्‍वाइन फ्लू भी अपने पांव पसारने लगा है। देश-विदेश के कई इलाकों में स्‍वाइन फ्लू (एच1एन1) के नए मामले सामने आ रहे हैं। भारत में स्‍वाइन फ्लू के 6 मामले सामने आए हैं, जिसकी जांच के रिजल्ट आने के बाद मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है। वहीं, जयपुर में एक बुजुर्ग महिला की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई है। खबरों के मुताबिक, पिछले 15 दिनों में स्‍वाइन फ्लू से होने वाली ये दूसरी मौत है।

 

2017 में महामाही घोषित हुआ था स्वाइन फ्लू

2017 में स्वाइन फ्लू से 2,270 लोगों की मौत हुई थी, जिसके बाद WHO ने इसे महामाही घोषित कर दिया था। वहीं साल 2018 में स्‍वाइन फ्लू से 1,128 और साल 2019 में 1,218 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

एक जैसे होते हैं दोनों के लक्षण

COVID-19 और फ्लू, दोनों ही वायरल इंफेक्शन हैं और एक इंसान से दूसरे में फैल सकते हैं। ये वायरल इंफेक्शन अक्सर खांसने और छींकने से फैलते हैं। WHO के अनुसार, दोनों COVID-19 और फ्लू, फैलने वाले वायरस हैं। इनकी वजह से सांस की बीमारी से लेकर मतली, सांस लेने में तकलीफ, कंजेशन, बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। 

स्वाइन फ्लू से कैसे अलग है कोरोना वायरस

भले ही दोनों लक्षण देखने में एक जैसे हो लेकिन ये दो अलग वायरस के परिवार से आते हैं। COVID-19, एक नोवेल कोरोन वायरस है, जिसके बारे में साल 2019 में पता चला, जो पहले कभी भी मनुष्यों में नहीं देखा गया था। वहीं, इंफ्लूएंजा वायरस यानी फ्लू के बारे में कई साल पहले पता चल गया था। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस इंफ्लूएंजा और दूसरे ऐसे ही वायरस की तुलना में कई तेजी से फैलता है। 

वहीं स्वाइन फ्लू की चपेट में आनेके बाद 2 से 3 दिनों में ही नजर आने लगते हैं, जबकि कोरोना वायरस के लक्षण सामने आने में 2 से 14 दिन का समय लग सकता है।

स्‍वाइन फ्लू से कैसे करें बचाव?

स्वाइन फ्लू या एच1 एन1 को सीजनल एंफ्लूएंजा भी कहा जाता है, जिसका खतरा जनवरी से मार्च व जुलाई से सितंबर के बीच ज्यादा होता है।

स्वाइन फ्लू के लक्षण

. सिरदर्द
. शरीर मैं दर्द
. तेज ठंड लगना
. थकान
. खांसी व गले में खराश
. तेज बुखार
. उल्टी और दस्त

कोरोना वायरस के लक्षण

. बुखार
. खांसी
. सांस लेने में तकलीफ
. उल्टी
. नाक बहना
. गले में जलन और खराश

स्वाइन फ्लू और कोरोना वायरस से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान...

. अगर किसी व्‍यक्ति में फ्लू के लक्षण है तो उसे लोगों से मिलना-जुलना कम करना चाहिए।
. खांसने या झीकते समय रूमाल या टिश्‍यू पेपर का इस्‍तेमाल करें।
. हैंड वॉश या साबुन से हाथों को कम से कम 30 सेकंड तक धोएं।
. सौनेटाइजर से हाथ बार-बार साफ करें।
. बार-बार आंख, नाक व मुंह को छूने से बचना चाहिए। 
. भीड़-भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें, अच्छी नींद जरूर लें।
. लक्षण दिखने पर उसे छिपाने की बजाए डॉक्टर से तुरंत चेकअप करवाएं।

हेल्दी डाइट लें

इम्यून सिस्टम बूस्ट करने के लिए डाइट में ब्रोकली, नींबू, बादाम, संतरा, मशरुम, पालक, लहसुन, अदरक और हर्बल टी लें। क्योंकि यह वायरस कमजोर इम्यून सिस्टम वालों को जल्दी बीमार करता है।

अब आप समझ ही गए होंगे कि कोरोना से बचने के लिए आपको क्या-क्या बातें ध्यान में रखनी है। तो सावधान रहें, स्वस्थ रहें!

Content Writer

Anjali Rajput