आयुर्वेदिक डाइट: क्या है सात्विक आहार? जानिए दिनभर कैसा हो आपका खानपान
punjabkesari.in Wednesday, Jun 24, 2020 - 03:52 PM (IST)
स्वस्थ तन और शांत मन के लिए हैल्दी डाइट लेना सबसे जरूरी है। स्वस्थ रहने और वेट कंट्रोल करने के लिए आजकल क्रेश, इंटरमिटेंट फास्टिंग, कीटो जैसी डाइट प्लान को फॉलो करते हैं। मगर, सेहत के लिए सात्विक भोजन (Sattvic Diet) भी काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। सात्विक का नाम सुनते ही लोगों को लगता है कि उन्हें बिना प्याज - लहसुन का भोजन करना होगा जबकि ऐसा नहीं है। सात्विक भोजन सभी पौषक तत्वों से भरपूर एक योगिक आहार की संरचना है, जो सेहत को बढ़ावा देती हैं। चलिए आपको बताते हैं कि क्या है सात्विक डाइट और सेहत के लिए क्यों हैं फायदेमंद...
सात्विक आहार क्या है?
सात्विक शब्द का अर्थ है "शुद्ध सार,"। सात्विक आहार एक उच्च फाइबर, कम वसा वाला शाकाहारी भोजन है, जिसमें ताजे फल, सब्जियां, शहद, हर्बल टी, अंकुरित साबुत अनाज, ताजे फलों के रस, फलियां , बीज और नट्स आदि शामिल होते हैं। आयुर्वेद में सात्विक भोजन को शुद्ध व संतुलित माना जाता है, जो बीमारियों से बचाने के साथ शांति, खुशी और मानसिक स्पष्टता भी देता है।
तामसिक भोजन से दूर रहने की सलाह
आयुर्वेद सात्विक भोजन खाने और राजसिक व तामसिक भोजन से परहेज करने की सलाह देता है। दरअसल, राजसिक व तामसिक भोजन में पशु प्रोटीन, तले हुए फूड्स, मसालेदार चीजें, कैफीन और सफेद चीनी जैसी चीजें होती है, जो आपको बीमार बना सकती हैं।
चलिए आपको बताते हैं कि सात्विक डाइट के अनुसार आपका दिनभर का खान-पान कैसा होना चाहिए...
सुबह पिएं 1 गिलास पानी
अक्सर लोग सुबह उठते ही खाली पेट चाय पी लेते हैं लेकिन आयुर्वेद के अनुसार सबसे पहले 1-2 गिलास पानी पीना चाहिएं। इससे शरीर में जमा गंदगी निकल जाती है और बॉडी डिटॉक्स होती है।
हर्बल चाय
चाय या कॉफी का सेवन ना सिर्फ बीमारियों का घर है बल्कि इससे दिमाग भी अशांत रहता है। ऐसे में आप सुबह उठकर 1 कप हर्बल टी जैसे- तुलसी या मोरिंगा चाय का सेवन करें। यह आपको स्वस्थ रखने क साथ तनाव को भी कम करता है। साथ ही इससे इम्युनिटी व मेटाबॉलिज्म बूस्ट होती है और पाचन क्रिया सही रहती है, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है।
नाश्ते में जौ से बनी चीजें
ब्रेकफास्ट में ब्रेड बटर खाने की अनहैल्दी आदत को छोड़ें। इसकी बजाए जौ से बनी हैल्दी चीजों का सेवन करें, जो पेट के सही होती है। साथ ही जौ शरीर में ग्लूकोज के स्तर को कंट्रोल और वजन घटाने में मदद करती है। यही नहीं, जौ का पानी पीने से किडनी स्टोन से भी छुटकारा मिलता है। आप इसकी खीर या परांठा बनाकर नाश्ते में ले सकते हैं।
दोपहर का भोजन में ताजी सब्जियां
लंच में आप प्रोटीन युक्त चीजें जैसे ताजी सब्जियां, टोफू, दाल, पनीर और सलाद आदि खा सकते हैं। इससे आप दिनभर एनर्जेटिक भी रहेंगे और वजन भी नहीं बढ़ेगा। साथ ही इससे दिल की बीमारियों से भी बचाव होगा।
स्नैक्स में आंवला या अन्य फलों का जूस
शाम के समय छोटी भूख को शांत करने के लिए स्नैक्स की बजाए ताजे फलों का जूस, नट्स या बीज का सेवन करें। इससे आपकी भूख भी शांत हो जाएगी और शरीर को सभी जरूरी तत्व भी मिल जाएंगे।
रात में मूंग, टोफू और मैंगो राइस
आयुर्वेद के अनुसार, हर किसी को करीब 7-8 बजे तक रात का भोजन कर लेना चाहिए। इसके साथ ही डिनर में हैवी भोजन करने से बचें। रात के खाने में मूंग, टोफू और मैंगो राइस आदि का सेवन कर सकते हैं। साथ ही भोजन के कम से कम आधे घंटे बाद हल्दी वाला दूध पीएं। इससे आप तनावमुक्त होंगे और नींद भी अच्छी आएगी।