शरीर के लिए खतरनाक है Bad Fat , जानिए इससे बचने का तरीका

punjabkesari.in Monday, Jan 28, 2019 - 06:20 PM (IST)

मोटापे को अगर समय रहते कंट्रोल ना किया गया तो ये आगे चलकर डायबिटीज और हार्ट प्रॉब्लम जैसी कई खतरनाक बीमारियों की वजह बन सकता है। वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है गलत आहार। कुछ खाद्य पदार्थ हाई कैलोरी युक्त होते हैं जो शरीर में बैड फैट्स को बढ़ाकर मोटापे का रूप देते हैं।

 

मोटापे की वजह है 'Bad Fat'

फैट्स तीन तरह के होते हैं, सैचुरेटेड, पॉलीसैचुरेटेड, मोनोअनसैचुरेटेड फैट। अनसैचुरेटेड फैटस शरीर के लिए अच्छे होते है, जिन्हे गुड फैटस कहा जाता है जबकि सैचुरेटेड फैटस (बैड फैट) स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं माने जाते और यही मोटापे का कारण भी बनते हैं।

सेहत का दुश्मन भी है सैचुरेटेड फैट

सैचुरेटेड फैट शरीर में सीधे ब्लडस्ट्रीम में जाकर बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाता है, जिससे मोटापे के साथ दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। शोध के अनुसार, इससे बचने के लिए रोजाना के खाने में सैचुरेटेड फैट की मात्रा को काबू में रखना चाहिए।

 

कैसे होता हैं सेहत के लिए जानलेवा

दरअसल, यह फैट धमनियों यानि आर्ट्रीज में इकट्ठा होने लगता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे एक परत के रूप में यहीं जमा होने लगता है। यह धमनियां ऑक्सीजन युक्त खून को हार्ट से पूरे शरीर में ले जाने का काम करती हैं। ऐसे में आर्ट्रीज में ब्लॉकेज होने से ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, जिसके कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।  नतीजा आपको मोटापे के साथ हार्ट अटैक, स्ट्रोक का सामना करना पड़ता है।

 

शरीर के अलग हिस्सों में जमा होती जिद्दी फैट

बैड फैट से सिर्फ पेट ही नहीं बल्कि शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैट जमा होना शुरू हो जाता है, जोकि सेहत के लिए काफी हानिकारक है। आपने देखा होगा कि कुछ लोगों के कूल्हों पर चर्बी ज्यादा जमी होती है जबकि कुछ लोगों की बैली फैट यानि पेट की चर्बी अधिक होती है हालांकि पेट में जमी चर्बी सबसे ज्यादा खतरनाक मानी जाती है।

कितना हो फैट?

फैट की मात्रा काफी हद तक आपकी लाइफस्टाइल, वेट, उम्र और सेहत पर डिपेंड करती है। औसतन एक व्यक्ति को दिनभर में ली जाने वाली कैलोरी का 20-35% फैट लेना चाहिए, जिसमें सैचुरेटेड फैट 10% और ट्रांस फैट 1% होना चाहिए। इसके लिए सेचुरेटेड और ट्रांस फैट की जगह मोनोअनसेचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट्स फूड में शामिल करें।

 

डाइट में करें बदलाव

मोटापे और बैड फैट से बचने के लिए अपने आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा बढ़ा दें। इसका सबसे अच्छा स्त्रोत मछली हैं लेकिन अगर आप शाकाहारी है तो डाइट में अखरोट शामिल करें। इसके अलावा टोफू, सोयाबीन, राजमा और एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल, नट्स, सीड्स, पीनट बटर, मस्टर्ड ऑयल, एवोकाडो और मीट में भी मोनोअनसैचुरेटेड फैट मौजूद होता है, जो बैट फैट को कंट्रोल करता है।

दिल का भी रखें ख्याल

कोलेस्ट्रॉल व हार्ट स्टोक की समस्या से बचने के लिए आपको खान-पान में सैचुरेटेड फैट का मात्रा को कंट्रोल करना होगा। पोर्क, स्किन वाला चिकन, लार्ड, क्रीम, बटर, चीज और दूसरे डेयरी प्रॉडक्ट का सेवन करने से बचें क्योंकि इनमें सैचुरेटेड फैट मात्रा बहुत ज्यादा होती है। अगर खान-पान संतुलित होगा तो इससे आपका वजन भी काबू में रहेगा, जिससे आप दिल की बीमारियों से भी बचे रहेंगे क्योंकि हार्ट डिजीज का सबसे बड़ा कारण मोटापा है।

 

एक्सरसाइज भी है जरूरी

बैड फैट व मोटापे को कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज करना भी बेहद जरूरी है। इससे ना सिर्फ फैट कंट्रोल होगा बल्कि इससे शरीर में लचीलापन भी आएगा। साथ इससे दिल और रक्तवाहिकाओं संबंधी प्रॉब्लम को भी दूर रखता है। आप अपनी वर्कआउट रुटीन में हार्ड एक्सरसाइज की बजाए योगासन, जॉगिंग, रनिंग, स्विमिंग, वॉकिंग और डांसिंग शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा पिलेट्स एक्सरसाइज भी वजन कंट्रोल करने के लिए बेस्ट है।

Content Writer

Anjali Rajput