कभी बेटी के जन्म पर माता-पिता को सुनने पड़े थे ताने, अब उसी के सिर सजा मिस इंडिया का ताज
punjabkesari.in Friday, Feb 12, 2021 - 04:13 PM (IST)
ब्यूटी कॉन्टेस्ट पैजेंट VLCC फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड-2020 के विजेताओं की धोषणा हो चुकी है। जिसमें मानसा वाराणसी विजेता, मान्या सिंह फर्स्ट रनरअप रहीं। वहीं, मनिका श्योकंद (manika sheokand) ने फेमिना मिस इंडिया हरियाणा 2020 सैकेंड रनरअप का खिताब अपने नाम किया। आज जाना पहचाना चेहरा बन चुकी मनिका के माता-पिता को कभी लड़की होने के लिए के लिए ताने सुनने पड़े थे। दुनिया की इस मानसिकता को बदलने के लिए ही उन्होंने इस पैजेंट में हिस्सा लेने का फैसला लिया।
बदलना चाहती हैं समाज का नजरिया
हरियाणा के उचाना कलां की रहने वाली मनिका बचपन से ही "लड़कियां बोझ होती हैं" इस मानसिकता को बदलना चाहती हैं। दरअसल, जब मनिका का जन्म हुआ तब लोगों व परिवार वालों ने उनके माता-पिता को दूसरी बेटी होने पर काफी ताने सुनाए। बस तभी से उन्होंने ठान लिया कि वह कुछ करके दिखाएंगी।
पिता को बेटी पर गर्व कभी उन्हीं के लिए सुने थे ताने
लगभग 1 साल नोएडा में जॉब करने के बाद उन्होंने 2019 में नौकरी छोड़ दी और मॉडलिंग में करियर बनाने का फैसला किया, जिसमें उनकी बहन कनिका ने भी दिया। मनिका की इस उपलब्धि पर उसके पिता सूरजमल और मां ममता श्योकंद ने बेहद खुशी जाहिर की। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अपनी बेटी पर बहुत गर्व है। अब उसका लक्ष्य मिस वर्ल्ड बनने का है।
मल्टीटैलेंड हैं मनिका
25 साल की मनिका ने पढ़ाई के साथ स्पोर्ट्स में भी काफी हार्ड वर्क किया है। उन्होंने ना सिर्फ कैमिकल इंजीनियर की ट्रेड से बी-टैक के बाद MBA की पढ़ाई की बल्कि वह एक नेशनल लेवल नेटबॉल प्लेयर भी हैं। इसके अलावा मनिका ऑर्गेनाइजर और ओरेटर का काम भी करती हैं। अपने करियर को अलग मुकाम पर पहुंचाने के लिए उन्होंने खूब मेहनत की है।
समाज में बदलाव लाने में टाइम लगेगाः मनिका
यही नहीं, जब मनिका अपने खर्चे खुद उठाने लगी तब उन्होंने समाज के लिए भी काफी काम किए। मनिका का कहना है कि मैंने भले ही अपनी पहचान बना ली हो लेकिन अभी भी समाज के कई पितृसत्तामक स्टीरियोटाइप को तोड़ना बाकी है, लेकिन समाज में बदलाव लाने के लिए मुझे टाइम लगेगा।
महिला सशक्तिकरण पर खास फोकस
उन्होंने अपनी कंपनी में एक क्लाइमेंट चेंज डिवीजन भी खोली है, जिसके संरक्षण के लिए महिलाएं बड़ा रोल अदा करती हैं। इसके अलावा उन्होंने SDG में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण पर खास फोकस किया। बता दें कि इससे पहले मनिका "मिस हरियाणा" का टाइटल भी अपने नाम कर चुकी हैं।