महिला पहलवानों और  WFI के बीच ''दंगल''!  विनेश फोगाट ने रो कर सुनाई  यौन शोषण की कहानी

punjabkesari.in Thursday, Jan 19, 2023 - 11:34 AM (IST)

ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट ने एक बहुत बड़ा खुलासा कर देश भर में तूफान मचा दिया है।  विनेश फोगाट ने रोते हुए आरोप लगाया है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं ।इस 28 साल की पहलवान ने हालांकि स्पष्ट किया कि उन्होंने खुद इस तरह के शोषण का सामना नहीं किया है। 


अमित शाह से मांग चुकी है न्याय

 विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलंपियन विनेश ने यह भी दावा किया कि लखनऊ में राष्ट्रीय शिविर में कई कोच ने भी महिला पहलवानों का शोषण किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिविर में कुछ महिलाएं हैं जो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के कहने पर पहलवानों से संपर्क करती हैं। दावा है कि इस मुद्दे को लेकर विनेश ने तीन महीने पहले तोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। देश के शीर्ष पहलवानों में शामिल बजरंग पूनिया का कहना है कि  ‘‘हम गृह मंत्री से मिले थे और उन्होंने हमें आश्वासन दिया था कि आपको न्याय मिलेगा।''


 विनेश को मिली जान से मारने की धमकी

 विनेश ने दावा किया कि उन्हें डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के इशारे पर उनके करीबी अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली थी, क्योंकि उन्होंने तोक्यो ओलंपिक खेलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनका ध्यान इन मुद्दों पर आकर्षित करने का हिम्मत दिखायी थी। यहां के जंतर मंतर पर चार घंटे से अधिक समय तक धरने पर बैठने के बाद विनेश ने कहा-‘‘ मैं कम से कम 10-20 महिला पहलवानों को जानती हूं जिन्होंने मुझे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष से हुए यौन शोषण के बारे में बताया है। उन्होंने मुझे अपनी आपबीती सुनाईं। मैं अभी उनका नाम नहीं ले सकती लेकिन अगर हम देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलें तो मैं नामों का खुलासा जरूर कर सकती हूं।'' 

विनेश को मिला कई खिलाड़ियों का साथ

विनेश के साथ बैठे तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग ने सिंह को ‘तानाशाह' करार देते हुए कहा कि महासंघ मनमाने ढंग से चलाया जा रहा है और जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाया नहीं जाता तब तक वे किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लेंगे। इन दोनों के अलावा रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगाट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और राष्ट्रमंडल खेल पदक विजेता सुमित मलिक जंतर मंतर पर धरने पर बैठे 30 पहलवानों में शामिल हैं । 

डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने आरोपों को किया खारिज

याद हो कि  दिसंबर 2021 में डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने अंडर -15 राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान अधिक उम्र के एक पहलवान को थप्पड़ मार दिया था। यह पहलवान अयोग्य होने के बाद प्रतिस्पर्धा करने पर जोर दे रहा था। उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से मौजूदा बीजेपी सांसद ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया।  विनेश ने कहा कि उसे एक अनुशासनहीन एथलीट करार दिया गया क्योंकि उसने अपने मन की बात कहने की हिम्मत दिखायी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे हर दिन प्रताड़ित किया जा रहा है।'' 


विनेश पर लग चुका है प्रतिबंध

यह पूछे जाने पर कि उन्होंने पहले इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया, विनेश ने कहा, ‘‘ये शक्तिशाली, प्रभावशाली लोग हैं। हम हिम्मत नहीं जुटा पाए। अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था। अब पानी सिर से पार हो रहा है। हमें अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों के बारे में भी सोचना होगा। '' बजरंग ने इसके बाद कहा, ‘‘ हम अपने करियर के अंत के करीब पहुंच रहे हैं। हम कब तक खेलेंगे? 2024, 2026 या शायद 2028 लेकिन यह पूरी कुश्ती बिरादरी का सवाल है।'' तोक्यो ओलंपिक खेलों के दौरान आधिकारिक सिंगलेट (पहलवानों की जर्सी) नहीं पहनने पर डब्ल्यूएफआई ने विनेश के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन बाद में इस पहलवान के द्वारा लिखित माफी मांगने के बाद इसे हटा लिया था। 


 

Content Writer

vasudha