दांपत्य जीवन को सुखी बनाते है बेडरूम से जुड़े ये वास्तु नियम

punjabkesari.in Friday, Jan 19, 2024 - 05:23 PM (IST)

बेडरूम घर का अहम हिस्सा होता है। बेडरुम का माहौल हमेशा शांत व सुकून से भरा होना बहुत जरुरी है ताकि दिनभर की मेहनत के बाद व्यक्ति चैन से वहां आराम कर सके। बेडरूम का सही दिशा में न होना दांपत्य जीवन पर भी प्रभाव डालता है। पति-पत्नी को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दोनों के बीच आपसी तालमेल की कमी, तनाव और छोटी-छोटी बात पर झगड़ा होने का एक कारण बेडरूम में वास्तु दोष का होना भी हो सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, बेडरूम के भी कुछ नियम है जिन्हें अपना कर आप भी अपने संबंधों को मजबूत और मधुर बना सकते है, तो चलिए आज आपको उनके बारे में बताते है।

किस दिशा में हो बेडरुम?

बेडरुम घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा (नैऋत्य कोण) में होना चाहिए। बेडरूम का प्रवेश द्वार उत्तर, पूर्व या पश्चिम दिशा में होना चाहिए।

कैसा होना चाहिए पलंग?

वास्तु में कहा गया है कि पलंग लकड़ी से बना होना चाहिए। इसका आकार आयताकार या वर्गाकार होना चाहिए। पलंग को कभी भी सीधे बीम के नीचे नहीं लगाना चाहिए। कमरे में अगर शीशा (ड्रेसिंग टेबल)लगा है तो ध्यान रखें कि सोते समय उसमें आपका अक्स दिखाई न दें, यदि उसमें प्रतिबिंब दिखता है तो रात के समय में उसे कपड़े से ढक दें।

किस दिशा में हो पलंग?

पलंग को दक्षिण पश्चिम दिशा की दीवार की तरफ होना चाहिए। पलंग को प्रवेश द्वार के ठीक सामने न लगाएं। पलंग पर पति को दाहिनी ओर और पत्नी को बायीं ओर सोना चाहिए। इससे दोनों के बीच तालमेल बना रहेगा और घर का माहौल भी खुशनुमा रहेगा।



किस दिशा में सिर करके सोना है सही?

सोते समय सिर हमेशा पूर्व दिशा होना चाहिए। सूर्य भी पूर्व दिशा में उदय होता है। सूर्य देव की ओर सिर करने से मानसिक और स्वास्थ्य लाभ मिलता है। इसके अलावा आप दक्षिण दिशा में भी सिर करके सो सकते है।

किन चीजों को बेडरूम में रखने से करें परहेज?

बेडरूम में कुछ चीजें जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि रखने से परहेज करना चाहिए। 

Content Editor

Charanjeet Kaur