बाथरूम बनवाते समय इन वास्तु नियमों का रखें खास ध्यान
punjabkesari.in Sunday, Jul 28, 2024 - 12:29 PM (IST)
नारी डेस्क: बाथरूम का वास्तु सही तरह से करना आपके घर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है और आपके स्वास्थ्य और समृद्धि को प्रभावित कर सकता है। यहाँ बाथरूम वास्तु टिप्स दिए गए हैं जो आपके बाथरूम को वास्तु के अनुसार बेहतर बना सकते हैं:
बाथरूम का स्थान
बाथरूम का स्थान घर के उत्तर-पश्चिम (वायव्य) दिशा में आदर्श होता है। यदि यह संभव नहीं है, तो दक्षिण-पूर्व (आग्नेय) दिशा भी स्वीकार्य हो सकती है।बाथरूम को घर के केंद्र या उत्तर-पूर्व (ईशान) दिशा में न बनाएं, क्योंकि ये स्थानों को बाथरूम के लिए अनुपयुक्त माना जाता है।
बाथरूम की दिशा और प्रवेश
बाथरूम का दरवाजा उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम की दिशा में होना चाहिए। यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखता है।बाथरूम का दरवाजा साफ-सुथरा और खुला रहना चाहिए। दरवाजे पर अच्छे रंग के रंग, जैसे हल्का नीला या हरा, का प्रयोग करें।
बाथरूम की सजावट और रंग
बाथरूम के लिए हल्के और ताजे रंग, जैसे सफेद, हल्का नीला, हरा या पेस्टल शेड्स, उपयुक्त होते हैं। ये रंग सकारात्मक ऊर्जा और ताजगी को दर्शाते हैं।बाथरूम को हमेशा साफ और व्यवस्थित रखें। अव्यवस्था और गंदगी से बचें, क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं।
वॉशबेसिन और शौचालय
वॉशबेसिन को बाथरूम के उत्तर या उत्तर-पश्चिम में रखें। यह पानी के अच्छे प्रवाह और सकारात्मक ऊर्जा के लिए लाभकारी होता है।शौचालय को बाथरूम के दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम में रखें। इसे हमेशा ढक कर रखें और नकारात्मक ऊर्जा को नियंत्रित करने के लिए उपयोग करें।
बाथरूम की रोशनी और वेंटिलेशन
बाथरूम में अच्छी रोशनी होनी चाहिए। प्राकृतिक प्रकाश सबसे अच्छा होता है, लेकिन यदि यह संभव नहीं है, तो कृत्रिम प्रकाश का उपयोग करें जो पर्याप्त हो।बाथरूम में उचित वेंटिलेशन का ध्यान रखें। ताजगी बनाए रखने और नमी को नियंत्रित करने के लिए एक अच्छे एग्जॉस्ट फैन या खिड़की का उपयोग करें।
बाथरूम में सजावट और सामग्री
बाथरूम में सुखदायक और सकारात्मक वस्तुएँ रखें, जैसे हरी पौधें, पेंटिंग्स, या अच्छे विचार वाले श्लोक।बाथरूम के लिए अच्छा और मजबूत सामग्री का चयन करें, जो दीर्घकालिक और टिकाऊ हो।
पानी की पाइपलाइन और ड्रेनेज
बाथरूम में पानी की पाइपलाइन को ठीक से स्थापित करें। लीक और गंदगी से बचने के लिए नियमित निरीक्षण करें।बाथरूम के ड्रेनेज सिस्टम को समय-समय पर साफ करें। जाम और अवरुद्ध पाइपलाइन नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकती है।
बाथरूम का उपयोग
बाथरूम का उपयोग केवल स्वच्छता और स्नान के लिए करें। इसमें अनावश्यक वस्तुएं या उपयोग के लिए नहीं रखी जानी चाहिए।
इन बाथरूम वास्तु टिप्स को अपनाकर, आप अपने घर के बाथरूम को वास्तु के अनुसार सही तरीके से सजा सकते हैं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ेगा और आप अपने जीवन में स्वास्थ्य और समृद्धि का अनुभव कर सकेंगे।