घर में बार- बार हो रही है अनहोनी, तो रसोई का वास्तु दोष तो नहीं इसका कारण ?
punjabkesari.in Thursday, Nov 21, 2024 - 07:58 PM (IST)
नारी डेस्क: रसोई घर (किचन) का वास्तु शास्त्र में विशेष महत्व है क्योंकि इसे घर का अन्नपूर्णा स्थल माना जाता है। यदि रसोई में वास्तु दोष होते हैं, तो इससे न केवल घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलती है, बल्कि यह स्वास्थ्य, समृद्धि और शांति को भी प्रभावित कर सकता है। बार-बार अनहोनी या समस्याएं रसोई में गलत दिशा, सेटअप या अन्य वास्तु दोषों के कारण हो सकती हैं। यहां संभावित दोष और उनके उपाय बताए गए हैं।
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गलत दिशा में रसोई बनाना
यदि रसोई दक्षिण-पश्चिम (Southwest) या उत्तर-पूर्व (Northeast) दिशा में हो, तो यह वास्तु दोष पैदा कर सकता है। रसोई को हमेशा दक्षिण-पूर्व (Southeast) या उत्तर-पश्चिम (Northwest) दिशा में बनाने की कोशिश करें। यदि रसोई को स्थानांतरित करना संभव न हो, तो अग्नि देवता का पूजन करें और वास्तु दोष निवारण यंत्र स्थापित करें।
चूल्हे और पानी का गलत स्थान
यदि चूल्हा (गैस स्टोव) और पानी (सिंक या वाटर प्वाइंट) पास-पास हैं, तो अग्नि और जल का टकराव होता है, जिससे विवाद और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। चूल्हा और पानी की व्यवस्था के बीच पर्याप्त दूरी रखें। चूल्हा दक्षिण-पूर्व दिशा में और पानी का स्थान उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।
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रसोई का मुख्य दरवाजा गलत दिशा में होना
रसोई का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में हो, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है। मुख्य दरवाजे पर गणेश जी का चित्र लगाएं। नियमित रूप से घर की ऊर्जा को शुद्ध करने के लिए गुग्गुल या कपूर जलाएं।
किचन में गड़बड़ी या साफ-सफाई की कमी
गंदगी या बिखरे हुए बर्तन वास्तु दोष को बढ़ा सकते हैं और नकारात्मक ऊर्जा फैला सकते हैं। रसोई को हमेशा साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें। रात को सोने से पहले सभी बर्तन धो लें।
वेंटिलेशन की कमी
रसोई में हवा और रोशनी की कमी भी वास्तु दोष का कारण बनती है। रसोई में खिड़की या एग्जॉस्ट फैन लगवाएं। वेंटिलेशन की व्यवस्था न होने पर नियमित रूप से कपूर जलाएं।
रसोई का रंग
रसोई में गहरे रंग जैसे काला या गहरा नीला नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। हल्के रंगों का उपयोग करें जैसे पीला, नारंगी, या हल्का हरा। रसोई में लाल या संतरी रंग का टच भी शुभ होता है।
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पूजा स्थल का रसोई में होना
रसोई में पूजा का स्थान बनाना वास्तु दोष पैदा कर सकता है। पूजा स्थल को रसोई से हटाकर उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करें। यदि यह संभव न हो, तो रसोई के पूजा स्थान को पर्दे से ढककर रखें।
टूटे-फूटे उपकरण और बर्तन
रसोई में टूटे हुए बर्तन या उपकरण रखना वास्तु के अनुसार अशुभ माना जाता है। टूटे हुए बर्तन और उपकरणों को तुरंत हटा दें। अच्छी ऊर्जा के लिए स्टील या पीतल के बर्तनों का इस्तेमाल करें।
अन्य उपाय
-महीने में एक बार रसोई में हवन या दीपक जलाएं।
- किचन में एक छोटा दर्पण उत्तर दिशा में लगाएं।
- रसोई की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए कपूर जलाएं।
- यदि संभव हो, तो किचन में तुलसी का पौधा रखें।
रसोई में वास्तु दोष न केवल घर की ऊर्जा को प्रभावित करते हैं, बल्कि परिवार के स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि पर भी असर डालते हैं। उपरोक्त उपाय अपनाकर आप इन दोषों को ठीक कर सकते हैं और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा दे सकते हैं।